प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साल 2016 में आउटर रिंग रोड बनाने की आधारशिला रखी गयी थी। लखनऊ के सांसद रहे राजनाथ सिंह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने राजधानी में 105 किलो मीटर की आउटर रिंग रोड बनाने की आधारशिला रखी थी। केंद्र की मजूंरी के बाद लखनऊ में आधारशिला रखी गयी थी। बता दें कि जब आउटर रिंग रोड का शिलान्यास किया गया था तो  प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव होने थे। इस दौरान  यूपी के तमाम जिलों में बीजेपी की बड़ी- बड़ी रैलियां भी हो रही थी। मतदाताओं को लुभाने के लिए शहर की तस्वीर बदलने के लिए नेता बडे- बड़े वादे कर रहे थे।

16 सिंतंबर 2016 को लखनऊ के सांसद रहे राजनाथ सिंह व केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आधारशिला रखी थी। जिसमें राजधानी के आस-पास के 43 गांव शामिल होने की बात कही गयी थी।

राजनाथ सिंह ने आउटर रिंग रोड का निरीक्षण कर निर्माण कार्य का लिया जायजा

शिलान्यास के दौरान विभागीय अधिकारियों ने कयास लगाये थे,कि इस 105 किलोमीटर के रिंग रोड के कार्यों ने तकरीबन तीन हजार करोड़ की लागत आएगी। शिलान्यास के दौरान सांसद राजनाथ सिंह ने कहा था कि केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय की मंजूरी के बाद इसकी डीपीआर बनाने के निर्देश भी एनएचएआई को दे दिए गए हैं। यह रिंग रोड का कार्य तकरीबन ढाई साल में बनकर तैयार हो जाए यानि मार्च 2018 तक आउटर रिंग रोड का यह कार्य पूरा हो जाएगा।

सात फेज में होना है निर्माण कार्य

आउटर रिंग रोड का निर्माण कुल सात फेज में होगा। पहले फेज में 15 किमी और दूसरे फेज में 13 किमी सड़क बनाने का प्रस्ताव था।

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 105 किमी में बनेंगे चार आरओबी

आउटर रिंग रोड के निर्माण के बीच चार जगहों पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाए जाने हैं। इनका निर्माण रेलवे और एनएचएआई मिलकर करेंगे। इसके बाद मोहान रोड पर लखनऊ आगरा एक्सप्रेस-वे पर फ्लाईओवर बनेगा। इसको लेकर दोनों महकमों में बात बन नहीं पा रही थी, लेकिन एनएचएआई के फ्लाईओवर बनाने के प्रस्ताव के बाद दोनों विभागों में गतिरोध खत्म हो गया था।

जमीनों की मार्किंग शुरू की गयी थी

यूपीडा की हरी झंडी मिलने के बाद मोहान इलाके की जमीनों की मार्किंग शुरु कर दी गयी थी। पहले फेज में फैजाबाद रोड स्थित इंदिरा कैनाल और कुर्सी रोड के बीच सड़क बनाने का काम मार्च में शुरू हो जाएगा। यह बात मानी जा रही थी।

2021 में प्रस्तावित 104.8 किलोमीटर लंबी रिंग रोड के बाद 2031 के मास्टर प्लान में एक नई रिंग रोड प्रस्तावित की गई थी। यह आउटर रिंग रोड लगभग 150 मीटर चौड़ी यानि 8 लेन होगी। 2021 रिंग रोड से लंबी होगी। इस प्रस्ताव को एलडीए बोर्ड की अगली मीटिंग में मंजूरी मिल सकती है। 2031 में प्रस्तावित इस आउटर रिंग रोड का निर्माण राज्य सरकार करेगी।

Know about outer ring road built in capital
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केंद्र द्वारा 2021 में प्रस्तावित रिंग रोड के निर्माण ख़त्म होने के बाद इस नई रिंग रोड का काम शुरू होगा। बताते चलें कि 2021 रिंग रोड का प्रस्ताव तैयार हो चुका है। जमीन अधिग्रहण की तैयारियां चल रही है। अगले लोकसभा चुनाव होने से पहले इसे पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं। नई आउटर रिंग रोड में लगभग 3 हज़ार 500 करोड़ रुपए ज़मीन की आवश्यकता पड़ेगी। रिंग रोड 8 लेन की होगी। रिंग रोड पर सुरक्षा के साथ हरियाली का भी ध्यान रखा जाएगा। 15-15 मीटर की दोनों तरफ ग्रीन बेल्ट होगी, इसमें पेड़ लगाए जाएंगे।

लखनऊ महायोजना-2031 के तहत एलडीए के विकास क्षेत्र का हिस्सा बनाए गए नौ ब्लॉकों को कवर करते हुए बनने वाली इस रिंग रोड के निर्माण में करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होने का कयास लगाये गये थे। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) और पीडब्लूडी को भी शामिल किया गया था। लखनऊ महायोजना 2031 में इस आउटर रिंग रोड की बात की गयी थी।

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ये था प्रोजेक्ट

5000 करोड़ रुपया खर्च होने का अनुमान।

एलडीए, एनएचएआई, सिंचाई विभाग और पीडब्लूडी मिलकर तैयार कर रहे प्रॉजेक्ट पर काम

104 किमी लम्बे रूट का प्रस्ताव।

4 लेन की होगी रिंग रोड।

दो फेज में हो रहा है निर्माण।

पहले फेज में बीकेटी से अस्ती रोड, कुर्सी रोड, बेहटा, इंदिरा कैनाल, मोहनलालगंज होते हुए कानपुर रोड स्थित बनाने का था प्रस्ताव।

दूसरे फेज में कानपुर रोड स्थित बनी से मोहान, काकोरी होते हुए बीकेटी।

इन गांवों से गुजरेगी रिंग रोड़

चिनहट : अनौरा उतरधौना, नरेन्दी, जुग्गौर, लोलाई, मेहोरा, देवरिया, सिंकदरपुर।

काकोरी : बड़ा गांव, ग्वालपुर काकोरी, करीमाबाद, बिढ़ौना, पलिया, चिलौली, मुज्जफरनगर, सैदपुर महरी, मोरा, चक दादनपुर, पहिया आजमपुर, मोहिउद्‌दिनपुर, अमेठिया सलीमपुर, सराय प्रेमराज, चकौली, बेहटा, मोदा, हरदोईया लाल नगर, जमालनगर, मलहा।

माल : काकराबाद।

पारा: खुशहाल नगर।

गोसाईंगंज : बक्कास, माढ़रमऊ खुर्द, माढ़रमऊ कला, सुनाई कंजेहरा, चक कंजेहरा, सिकंदरपुर अमोलिया, नूरपुर बेहटा, चौरहिया, मलूकपुर ढकवा, ढ़कवा, दुलारमऊ, दाऊद नगर।

पीजीआई : सरथुआ, मोहिउद्‌दिनपुर, डलौना, बरौना कल्ली पश्चिम। मोहनलालगंज- पूरनपुर, हरकंशगढ़ी, कल्लीपूरब।

बंथरा : अशरफ नगर, अलीनगर खुर्द, माती, अहमदपुर उर्फ कमलापुर, तेरवा। कृष्णा नगर- अलीनगर सुनैहरा।

सरोजनी नगर: नटकुर, चंद्रावल, गौरी, मिरानपुर पिनवट, गहरू, पीपरसंड।

बीकेटी: मामपुर बाना,चंदा कोडर,नगवा मऊकलां, अस्ती, दुर्जनपुर, राजपुर, मानपुर लाला, लालपुर, गुरवामऊ, शिवखर, शिवपुरी, फतेहपुर खमराई, रैथा, कठवारा, हरदौरपुर, बीकामऊ कलां, राजापुर इंदौरा, देवरई कलां, साढ़ामऊ।

मड़ियांव: बोरोमऊ, दुग्गौर, धतिंगरा, पुरवा, पश्चिम गांव।

गुडम्बा: कोड़ियामऊ, बेहटा।

कुर्सी: लिखना, गंगौली, मदारपुर, हबीबपुर, अनवारी, बेहटा, धौरहरा,

देवा: पलहरी, जबरीखुर्द, कीड़रमऊ, अलीपुर, शेरपुर, धौरमऊ, टिकरया, जमवासी, माती, मुज्जफरपुर।

 

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