उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार से 2 दिवसीय ‘आम महोत्सव‘ का आयोजन किया गया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित ‘आम महोत्सव’ का उद्घाटन किया था. जिसके बाद आज दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव का समापन राज्यपाल रामनाईक ने किया.
महोत्सव में शामिल 725 किस्म के आम
उद्घाटन समारोह के दौरान सीएम योगी ने कहा था कि दुनिया में आम की जिस प्रजाति की मांग ज्यादा होती है, उसको विकसित करने की दिशा में उद्यान विभाग और मंडी परिषद को कार्य करने की जरूरत है. प्रदेश आम उत्पादन में भी नंबर वन बने, इसके लिए प्रयास किए जाने की आवश्कता है. आम महोत्सव में 725 किस्म के आमों को प्रदर्शित किया गया था. इनमें से अधिकांश का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है. आम से बनने वाले उत्पादों को भी प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है. इससे किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलती है.
महोत्सव में दशहरी, रोशनआरा, चौसा, लंगड़ा, समर बाहिश्त चौसा, नीलम, सुवर्ण रेखा, बंगनपल्ली, पैरी, मलगोवा, मल्लिका, अल्फांसो, आम्रपाली, सफेदा सहित करीब 725 आम की प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया. प्रदेश के करीब 1500 किसानों ने इसमें भाग लिया.
अरुणिका आम को मिला सम्मान
आज 2 दिन से चल रहे आम महोत्सव का समापन राज्यपाल राम नाईक ने किया. इस बार 700 क़िस्मों के आम प्रदर्शनी में लगाए गए थे. अरुणिका किस्म के आम को सर्वोत्तम पुरस्कार से भी नवाजा गया. अरुणिका को 11000 रुपया और स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया. मलीहाबादी आम को आंध्र प्रदेश में भी उगाया गया. यहाँ तक की देश की कई नई प्रजातियों को लखनऊ में ही तैयार किया गया था. इस महोत्सव में आम से बने जूस, मोरब्बा, अचार लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बने रहे.