राजधानी लखनऊ के समस्त शिव मंदिरो व शिवालयों का सारा वातावरण शिवमय हो जिसके कारणवर्ष समस्त देवालयों की सुंदरता अपने चरम पर पहुंच गई है। डालीगंज स्थित नगर के सबसे प्राचीन त्रेताकालीन महादेव मंदिर मनकामेश्वर मठ-मंदिर में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सावन के सम्पूर्ण माह को ‘मनकामेश्वर पर्व’ के रूप मे मना जा रहा है।
ब्रह्म मुहूर्त में खुलेंगे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर के मुख्य कपाट
सावन के प्रथम सोमवार यानि 30 जुलाई को प्रातः काल 1 बजे सीतापुर रोड स्थित मां चन्द्रिका देवी मंदिर के पास गोमती नदी से लाए गए शुद्ध 151 लीटर जल के साथ, दही, शहद, केसर व बेसन से महादेव का महाअभिषेक व आदि वामदेव भस्म श्रृंगार जाएगा। तत्पश्चात 2 बजे आदि देव भस्म महाआरती के साथ-साथ 2:30 प्रातःकालीन आरती की जाएगी। आरती के तुरंत बाद ब्रह्म मुहूर्त में मंदिर के मुख्य कपाट श्रद्धालुओं के द्दर्शन हेतु खोल दिए जाएंगे। संध्याकाल में पंचपुष्प महा पुष्प श्रंगार किया के बाद महाआरती सायं 8 बजे होगी।
मंदिर परिसर मे पॉलीथिन का प्रयोग पूर्णतया बैन
इस बार सावन मे चार सोमवार 30 जुलाई, 6, 13 और 20 अगस्त को पड़ रहे हैं हर सोमवार के लिए अलग-अलग रंगो के पुष्पों की थीम डेकोरेशन रखी गई है। पूरे मंदिर परिसर को सुंदर बिजली की झालरो, पुष्पलारियों व मनभावक रंगोली से सजाया गया है। पर्यवरण की अवस्था को ध्यान मे रखते हुए मंदिर परिसर मे पॉलीथिन का प्रयोग पूर्णतया बैन किया गया है। मनकामेश्वर मठ-मदिर की ओर से सोशल मीडिया पर समस्त महाआरतियों को लाइव देखने की व्यवस्था की गई है। मंदिर के ऑफिसियल पेज facebook.com/DevyaGiriOfficial पर समस्त भक्तगण उपरोक्त पूजन को लाइव देख सकते हैं।