राजधानी के मड़ियांव थाना क्षेत्र में तीन युवकों ने 15 वर्षीय किशोरी को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध पर दरिंदों ने ईंट से उसका मुंह कूंच दिया। मंगलवार शाम से लापता किशोरी की खोजबीन कर रहे परिवारीजनों को वह बुधवार शाम ट्रामा सेंटर में भर्ती मिली। किशोरी ने तीन युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया है। मुख्य आरोपित बउवा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जबकि अन्य की तलाश की जा रही है।
इंस्पेक्टर तेज प्रताप सिंह के मुताबिक, पीड़ित किशोरी मूलरूप से मलिहाबाद क्षेत्र की रहने वाली है। वह अनुसूचित जाति की है। उसके पिता की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद से वह अपनी मां और भाइयों के साथ मड़ियांव क्षेत्र में एक किराए के मकान में रह रही थी। मंगलवार शाम किशोरी घर के बाहर स्थित दुकान से कुछ सामान लेने के लिए निकली थी। उसके बाद से लापता थी। किशोरी के घर न लौटने पर परिवारीजन उसकी खोजबीन कर रहे थे। पर उसका कुछ पता नहीं चला। बुधवार शाम उन्हें मलिहाबाद क्षेत्र के एक गांव के प्रधान ने फोन कर सूचना दी कि किशोरी शायद ट्रामा सेंटर में भर्ती है। उसे देख लें। सूचना पर किशोरी का भाई ट्रामा सेंटर पहुंचा और वहां किशोरी को खून से लथपथ हालत में देखकर होश उड़ गये। किशोरी ने उन्हें बताया कि गांव के रहने वाला बउवा यादव निवासी मान खेड़ा और उसके दो साथी उसे मिले। वह तीनों उसे उठाकर ले गए। तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध पर उन्होंने ईंट से मुंह पर कई वार किए। इसके बाद वह बेहोश हो गई।
होश आया तो खुद को अस्पताल में भर्ती पाया
युवती को जब होश आया तो वह ट्रॉमा में भर्ती थी। वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि किशोरी को कुछ लोग मेडिकल कॉलेज के गेट पर छोड़कर भाग गए थे। गंभीर हालात देख उसे भर्ती कर लिया गया। होश में आने पर किशोरी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह मलिहाबाद की रहने वाली है। इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज चौकी इंचार्ज को दी गयी, जहां से मलिहाबाद थाने और वहां से ग्राम प्रधान को जानकारी मिली। ग्राम प्रधान के जरिए किशोरी के परिवारीजनों को सूचना दी गई। मड़ियांव इंस्पेक्टर ने बताया कि मुख्य आरोपित बउवा को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है जबकि अन्य आरोपितों की तलाश में दबिश दी जा रही है।
आरोपित के परिवारीजन पर धमकाने का आरोप
किशोरी की मां का कहना है कि बेटी से मिली जानकारी पर वह बउवा के घर पहुंची और उसने विरोध किया, तो उसके परिवारीजन धमकाने लगे। विरोध पर उन्होंने गाली-गलौज कर पूरे परिवार को मारने की धमकी दी। इसके बाद परिवारीजन सांसद कौशल किशोर के घर पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।