जहां एक तरफ योगी सरकार व्यापारी हित की रक्षा की बात कर रही है वहीं भाजपा के शरीफ नेता में शुमार एक विधायक का भाई शराब व्यापारी को धमका रहा है। जिसका आॅडियो वायरल हुआ है। जिसमें वह शराब के ठेके को लेकर यह कहते हुए सुनाई पड़ रहा है कि जिस गांव का आपने टेंडर डाला है वह गांव हमारा है जहां गांव के दो चार लोग जीते खाते हैं। आप अपना टेंडर वापस ले लीजिए। वायरल हुए इस आॅडियो की हम पुष्टि नहीं करते हैं।
बता दें कि यह ऑडियो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के बेहद करीबी और पूरे यूपी के सज्जन और शरीफ विधायकों में से एक डुमरियागंज के विधायक राघवेंद्र सिंह के भाई जगदंबा सिंह का है, जो एक शराब कारोबारी भवानी शुक्ल से किस तरफ फोन पर अपने यहां व्यापार न करने की धमकी दे रहा है और पूरी सत्ता का हनक भी दिखा रहा है इसी कारण पूरे क्षेत्र में व्यापारी जो भाजपा के कट्टर समर्थक हैं खास तौर पर डरे और सहमे हुए हैं।
टेंडर वापस लेने को कहा
पूरा मामला भिरिया स्थित एक अंग्रेजी शराब के दूकान का है जिसके टेंडर को लेकर भाजपा के नेता के बड़े भाई शराब व्यवसायी को धमका रहे है। कहते हुए सुनाई पड़ रहे है कि जिस गांव का आपने टेंडर डाला है वो मेरे गांव की दुकान है, जिसमें दो चार लोग रहकर जीते खाते हैं। आपने गलत काम कर दिया जो उस पर टेंडर डाल दिया। किसी और बाहरी का टेंडर नहीं पड़ा था, केवल आपका पड़ा था। आपने टेंडर डालकर गलत काम कर दिया। आप अपना टेंडर वापस ले लेंगे तो जो भी आपने टेंडर लेने के लिए पैसा दिया है वह भी बच जाएगा।
गांव के लोगों ने की मिटिंग
कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि गांव में एक मिटिंग रखी गई थी, जिसमें मुझे भी बुलाया गया था। मिटिंग में कहा गया कि हमारे गांव का टेंडर कोई बाहरी व्यक्ति क्यों डाला। इस व्यापारी ने कहा कि आपको डीएम साहब से ही बोल देते कि कोई बाहरी व्यक्ति टेंडर ना डालें। तो इस पर हंसते हुए कहा कि डीएम साहब जबरदस्ती कमरा तो नहीं दिला देंगे और गांव वालें आपको कमरा देंगे नहीं। जगदंबा सिंह ने पीड़ित से कहा कि दुकान का लाइसेंस लेकर तुमने अपना भविष्य खराब कर लिया है।
योगी के बाद हमारा नम्बर
विधायक के भाई का कहना है कि डीएम हमसे बढ़कर हैं ? सरकार हमारी है, डीएम हमारा है, आप किससे बात कर रहे हैं? विधायक राघवेन्द्र सिंह का भाई बोल रहा हूॅं। योगी के बाद उन्हीं का नम्बर है, जिनकी हैसियत यूपी मे डिप्टी सीएम की है इसलिए शराब की दुकान मेरे आदमियों को लेने दो, तुम अगर नहीं मानोगे तो दुकान नहीं चला पाओगे। डीएम हमसे हैं हम डीएम से नहीं।
गांव करेगा बाहरी का विरोध
व्यापारी का कहना है कि यदि हम किसी तरह से दुकान का टेंडर मिल गया है तो कम से कम आप उसका विरोध तो ना करें। तो इस पर धमकाते हुए कहते हैं कि पूरा गांव एकजुट है और विरोध तो जबरदस्त होगा। विधायक के भाई का कहना है कि दुकान आपको गांव में ही चलानी है और गांव के 200 मीटर के अन्दर ही स्कूल मंदिर और बाजार है तो फिर आप कैसे दुकान चला लेंगे? इस बात पर व्यपारी कहता है कि जब आप का टेंडर था तो भी ये सब यहीं मौजूद थे। तो इस पर नेता जी कहते हैं कि वो सब घर की बातें हैं और इससे दो चार लोगों की रोजी रोटी जुटी हुई है। वहीं जगदंबा सिंह ने इन आरोपो से साफ इंकार कर दिया है। उनका कहना है कि कहा कि मैने किसी को धमकी नहीं दी है जबकि पीडित ने ऑडियो पेश कर न्याय की गुहार लगाई है।
‘ठाकुर’ बनने को तैयार ‘पंडित’ व्यापारी
विधायक के भाई के द्वारा दबाव दिए जाने के बाद पंडित व्यापारी कहता है कि क्या मुझे भी ठाकुर बनना पड़ेगा, तब मैं दुकान चला पाऊंगा? आप पण्डित को नहीं जीने देंगे, तो मैं ठाकुर बनने के लिए तैयार हूॅू। इस पर नेता जी कहते हैं कि इसके बावजूद आप दुकान चलाने के लिए तैयार हैं तो आप चलाओ, बाकी का अंजाम आप भुगतने के लिए तैयार रहो। जब तक हम लोग नहीं चाहेंगे तब तक आप 10 रूपया कमा नहीं पाएंगे। इस बात पर व्यापारी कहता है कि दुकान कोई देने के लिए तैयार नहीं है तो आप इस तरह से मेरे व्यवसाय में व्यवधान तो उत्पन्न मत किजिए। मुझे भी जीने दिजिए, मुझे भी जीने का पूरा अधिकार है। इसके बाद फोन कट जाता है।
इस बावत पुलिस ने पीड़ित अभिनव पांडे की तहरीर के आधार पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया है। धमकी देने वाले जगदंबा सिंह का एफआईआर मे कहीं भी जिक्र नहीं किया गया है। जब कि पीड़ित ने साफतौर पर विधायक राघवेंद्र सिंह के भाई जगदंबा सिंह पर आरोप लगाया था।