उत्तर प्रदेश के बागपत जिला कारागार के भीतर पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई। मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप जिस कुख्यात अपराधी सुनील राठी पर लगा है। जेल के भीतर हुई हत्या ने पुलिस की चौकसी को कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। इस हत्याकांड पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बयान देते हुए कहा कि जेल के अंदर जाने पर गहन तलाशी ली जाती है। कोई पिस्तौल लेकर कैसे अंदर घुस गया? उन्होंने आरोप लगाया कि बागपत जेल के अंदर की वारदात भाजपा सरकार के किसी रसूखदार नेता या मुख्यमंत्री योगी के इशारे पर घटना को अंजाम दिया गया है। मुन्ना बजरंगी की हत्या से साफ है, यूपी में जंगलराज चल रहा है।
एडीजी जेल ने बयान देते हुए कहा कि सोमवार सुबह 6:15 बजे जेल में झगड़े के दौरान मुन्ना को गोली मारी गई। उन्होंने बताया कि सुनील राठी ने गोली मारकर हथियार गटर में फेंक दिया। एडीजी ने जेल की सुरक्षा में गंभीर चूक बताया है। एडीजी ने कहा कि पूरे मामले में जांच के दिये गए हैं। मुन्ना बजरंगी का 4 डॉक्टर का पैनल पोस्टमार्टम करेगा। जेलर उदय प्रताप, शिवा जी यादव डिप्टी जेलर, हेड वार्डन रजिंदर सिंह, वार्डेन माधव कुमार सस्पेंड कर दिए गए हैं। DIG जेल को मौके पर भेजा गया है।
इस संबंध में एसपी बागपत जयप्रकाश ने बताया कि दिनांक 08/7/18 को न्यायालय में पेशी हेतु आए मुन्ना बजरंगी को जिला कारागार बागपत में आज दि० 09/07/18 को प्रातः करीब 06:15 बजे कारागार में बन्दी सुनील राठी ने गोली मारकर हत्या कर दी। थाना खेकड़ा पर मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
बागपत कोर्ट में होनी थी मुन्ना की पेशी
बता दें कि आज पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में मुन्ना बजरंगी की पेशी होनी थी। मुन्ना बजरंगी को रविवार झांसी जेल से बागपत लाया गया था। उसे तन्हाई बैरक में कुख्यात सुनील राठी ओर विक्की सुंहेड़ा के साथ रखा गया था। उसकी जेल में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई। जेल में माफिया डॉन की हत्या से अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। जेल के भीतर हुई मुन्ना बजरंगी की हत्या से जेल प्रशासन पर कई सवालिया निशान उठने लगे हैं।
विपक्षी पार्टियों ने जेल प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर जेल में पिस्टल कैसे पहुंची। बताया जा रहा है कि मुन्ना के जेल के भीतर दो से तीन गोलियां मारकर मौत के घाट उतार दिया गया। इस पूरे मामले में पुलिस के आलाअधिकारी, एसटीएफ, डॉग स्क्वॉड, फिंगर प्रिंट मौके पर पहुंचे और घटना की तफ्तीश में जुट गए। वहीं एसपी, जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारी इस हत्याकांड की जांच कर रहे हैं।
सुनील राठी को रुड़की से बागपत लाया गया था
सुनील राठी को एक दिन पहले रविवार को ही रुड़की से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। उसने रुड़की में अपनी जान का खतरा बताया था। बताया जा रहा है कि सुनील राठी का परिवार भी अपराध जगत में सक्रिय है। मुन्ना बजरंगी का नेटवर्क मुंबई, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में फैला हुआ था। बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद मुन्ना बजरंगी अपराध की दुनिया में दहशत का दूसरा नाम बन गया था।