राजनीति में कब क्या हो जाये, कोई नहीं कह सकता है। कुछ ऐसा ही इन दिनों बहुजन समाज पार्टी और उसकी मुखिया मायावती के साथ हो रहा है। एक के बाद एक उनके सभी विश्वसनीय नेता और पदाधिकारी पार्टी छोड़कर अन्य दलों में जा रहे हैं। इनमें सबसे बड़ा नाम स्वामी प्रसाद मौर्या का था जो बसपा छोड़ भाजपा में शामिल हुए और अब उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। इसी क्रम में अब बसपा छोड़ चुके एक और मुस्लिम चेहरे ने कांग्रेस की सदस्यता लेने की तैयारी कर ली है।
नसीमुद्दीन होंगे कांग्रेस में शामिल :
एक समय में बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती का दाहिना हाथ और पार्टी का मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी अब आखिरकार कांग्रेस पार्टी में शामिल होने जा रहे हैं। आगामी 22 फरवरी वे अपने हजारों समर्थकों के साथ पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलेंगे और कांग्रेस की सदस्यता हासिल करेंगे। एक समय में उत्तर प्रदेश की राजनीति में नसीमुद्दीन बसपा का सबसे बड़ा चेहरा थे। उनकी इस दौरान बसपा और सरकार में तूती बोलती थी। पूर्व बसपा नेता ने बातचीत में स्वीकार किया कि एक-दो दिन में अगला बड़ा राजनीतिक निर्णय ले लेंगे। इसी के बाद से उनके कांग्रेस में शामिल होने की खबरें शुरू हो गयी हैं। सूत्रों से खबर है कि राहुल गांधी से उनकी मुलाकात 28 दिसंबर को हुई थी जब गुजरात के चुनाव नतीजे आये थे। इसके बाद हुई अन्य मुलाकातों में उनके कांग्रेस में जाने का रास्ता साफ़ हो गया है।
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सपा से नहीं बनी बात :
आगामी गुरुवार को नसीमुद्दीन सिद्दीकी के साथ 3 पूर्व मंत्री, 4 पूर्व सांसद और लगभग 3 से 4 दर्जन पूर्व विधायक, विधानसभा और लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। बसपा में रहते हुए नसीमुद्दीन सिद्दकी उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, बुंदेलखंड और पश्चिमी यूपी के प्रभारी रह चुके हैं। हालाँकि बसपा छोड़ने के बाद नसीमुद्दीन की सपा अध्यक्ष अखिलेश से कई मुलाकातें हुई थी। इसके बाद से उनके सपा में शामिल होने की चर्चाएँ शुरू हो गयीं थी। मगर उनके सपा में जाने का वरिष्ठ नेता आजम खां विरोध कर रहे थे जिस कारण सपा से उनकी बात नहीं बन सकी।