पासपोर्ट प्रकरण में सबसे पहले प्रत्यक्षदर्शी को सामने uttarpradesh.org की टीम लाई थी. इतना ही नहीं बीते दिन प्रत्यक्षदर्शी के अगवा होने के बाद गवाह कुलदीप ने सबसे पहले उनके अगवा होने की सूचना हमे व्हाट्सएप के जरिये दी. जिसके बाद लगातार हमने प्रत्यक्षदर्शी के पल पल की खबर प्रकाशित कर की. लखनऊ आने के बाद प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह @Interceptors व uttarpradesh.org की पूरी टीम को धन्यवाद दिया.
सीओ अलीगंज के साथ प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप घटना स्थल के निरीक्षण पर हैं. इस दौरान उन्होंने बात करते हुए जहाँ अपने अपहरण की आपबीती बताई वहीं uttarpradesh.org की टीम को शुक्रिया भी किया.
बीते दिन हुए थे अगवा:
कल अपहरण हुए प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह को आज लखनऊ पहुंचें के बाद सीओ अलीगंज में पहले तो उनका बयान दर्ज कर गोपनीय पूछताछ की, जिसके बाद पासपोर्ट प्रकरण के गवाह कुलदीप सिंह को लखनऊ में जिस जगह से अगवा किया गया था उसके निरीक्षण के लिए ले गये हैं.
पासपोर्ट प्रकरण में विकास मिश्रा का पक्ष रखने वाले और तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई बताने वाले प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि उन्हें बीते दिन 3 लोगों ने पीठ में तमंचा लगा कर अगवा कर लिया था. वे स्कोपियों से प्रत्यक्षदर्शी को नेपाल ले जा रहे थे. उन्हें लखनऊ से लगभग 2013-14 मॉडल की पुरानी स्कार्पियों से अगवा किया गया.
#लखनऊ : कल अपहरण हुए पासपोर्ट प्रकरण मामले में प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह ने @Interceptors व @WeUttarPradesh की पूरी टीम को दिया धन्यवाद. @rpolucknow @Uppolice @SushmaSwaraj @lucknowpolice pic.twitter.com/IlJZmiyXsM
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 24, 2018
तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले में प्रत्यक्षदर्शी के अपहरण की आपबीती
क्या हैं मामला:
हिन्दू-मुस्लिम दंपति के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर धर्म के आधार पर टिप्पणी करने के आरोप के बाद uttarpradesh.org की टीम ने सबसे पहले इस पूरे मामलें के चश्मदीद गवाह को सामने लाया था.
चश्मदीद कुलदीप ने बताया था कि तन्वी सेठ ने जो आरोप लगायें हैं वो गलत हैं. पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने महिला से किसी तरह की अभद्रता नहीं की थी. जिसके बाद तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई सामने आ गयी थी.
इसी कड़ी में बीते दिन 3 लोगों ने प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह को तमंचा दिखा कर अगवा कर लिया और स्कॉर्पियो गाड़ी से नेपाल ले जा रहे थे. मौका पाकर प्रत्यक्षदर्शी उनके चंगुल से छुट लखीमपुर के संसारपुर पुलिस चौकी पहुंचे और पूरा मामला बताया.
जिसके बाद आज जानकीपुरम थाना क्षेत्र की एक पुलिस टीम कुलदीप को वापस लखनऊ लेकर आई हैं.