तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले के प्रत्यक्षदर्शी को लखनऊ स्थित जानकीपुरम थाना क्षेत्र की पुलिस टीम लखीमपुर के थाना मैलानी पुलिस चौकी संसारपुर से लेकर वापस ले आई हैं. इस समय सीओ अलीगंज प्रत्यक्षदर्शी से गोपनीय पूछताछ के बाद उन्हें घटना स्थल के निरीक्षण के लिए ले गये हैं. बता दें कि प्रत्यक्षदर्शी का बीते दिन 3 लोगों ने अपहरण कर लिया था जिसके बाद वे अपहरणकर्ताओं से बचते हुए लखीमपुर के एक पुलिस चौकी पहुंचे थे.
बीते दिन हुए थे अगवा:
कल अपहरण हुए प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह को आज लखनऊ पहुंचें के बाद सीओ अलीगंज में पहले तो उनका बयान दर्ज कर गोपनीय पूछताछ की, जिसके बाद पासपोर्ट प्रकरण के गवाह कुलदीप सिंह को लखनऊ में जिस जगह से अगवा किया गया था उसके निरीक्षण के लिए ले गये हैं.
पासपोर्ट प्रकरण में विकास मिश्रा का पक्ष रखने वाले और तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई बताने वाले प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि उन्हें बीते दिन 3 लोगों ने पीठ में तमंचा लगा कर अगवा कर लिया था. वे स्कोपियों से प्रत्यक्षदर्शी को नेपाल ले जा रहे थे. उन्हें लखनऊ से लगभग 2013-14 मॉडल की पुरानी स्कार्पियों से अगवा किया गया.
तन्वी सेठ पासपोर्ट मामले में प्रत्यक्षदर्शी के अपहरण की आपबीती
#लखनऊ पासपोर्ट प्रकरण : कल अपहरण हुए प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह को घटनास्थल का निरीक्षण करने के लिए CO अलीगंज लेकर गए अपने साथ. @rpolucknow @Uppolice @SushmaSwaraj @lucknowpolice pic.twitter.com/cFHvXpydgr
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 24, 2018
क्या हैं मामला:
हिन्दू-मुस्लिम दंपति के पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा पर धर्म के आधार पर टिप्पणी करने के आरोप के बाद uttarpradesh.org की टीम ने सबसे पहले इस पूरे मामलें के चश्मदीद गवाह को सामने लाया था.
चश्मदीद कुलदीप ने बताया था कि तन्वी सेठ ने जो आरोप लगायें हैं वो गलत हैं. पासपोर्ट अधिकारी विकास मिश्रा ने महिला से किसी तरह की अभद्रता नहीं की थी. जिसके बाद तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई सामने आ गयी थी.
इसी कड़ी में बीते दिन 3 लोगों ने प्रत्यक्षदर्शी कुलदीप सिंह को तमंचा दिखा कर अगवा कर लिया और स्कॉर्पियो गाड़ी से नेपाल ले जा रहे थे. मौका पाकर प्रत्यक्षदर्शी उनके चंगुल से छुट लखीमपुर के संसारपुर पुलिस चौकी पहुंचे और पूरा मामला बताया.
जिसके बाद आज जानकीपुरम थाना क्षेत्र की एक पुलिस टीम कुलदीप को वापस लखनऊ लेकर आई हैं.