13200 करोड़ की लागत में बने आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे में बारिश के कारण दरार आ गयी. इससे आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े होते हैं और निर्माण कार्य करने वाली कंपनी की विश्वनीयता पर भी. पर यहाँ बड़ी बात ये है कि निर्माण कार्य करने वाली कम्पनी के अध्यक्ष आगरा के अमीर मेयर नवीन जैन के भाई प्रदीप जैन हैं. बल्कि ये कहें की कम्पनी का नाम ही मेयर के नाम से जुड़ा है तो गलत न होगा.
सड़क धंसने से हुआ हादसा:
बीते दिनों आगरा लखनऊ एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड के धंसने के बाद एक बुलेरो गाड़ी 50 फिट गहरे गड्ढे में गिर गयी थी. इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईडा) के सीइओ अवनीश अवस्थी ने जांच आदेश दिए हैं.
इस पूरे मामलें के संज्ञान में आने के बाद उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने बताया कि अत्यधिक वर्षा के कारण 16.300 किलोमीटर पर 15-20 मीटर रोड कटी है. यूपीडा की ओर से जारी बयान में कहा गया कि नियमानुसार मरम्मत का कार्य निर्माण एजेंसी कर रही है.
निर्माण करने वाली कम्पनी करेगी ध्वस्त सड़क की मरम्मत:
वहीं इस मामलें में कार्रवाई को लेकर यूपीडा ने जारी बयान में बताया कि इस मामले की जांच थर्ड पार्टी एजेंसी रेल इंडिया तकनीकी और आर्थिक सेवा) (RITES LTD.) को दी गयी है, जो रोड धंसने और गड्ढा होने के कारणों का पता लगा कर 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी.
इस बाबत सभी एजेंसियों को निर्देश भी जारी किए गए हैं. इन निर्देशों में अतिवृष्टि के कारण पूर्ण सतर्कता बरतने और पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किये गये हैं.
आगरा: एक्सप्रेसवे की सर्विस रोड धंसने से 50 फिट गहरी खाईं में गिरी कार
आगरा के मेयर नवीन जैन के भाई की निर्माण कम्पनी:
इसी के साथ यूपीईडा ने ये भी साफ़ किया कि सड़क की मरम्मत का काम इसका निर्माण करने वाली कम्पनी अपने खर्च पर करेगी. बता दें कि कुल 5 निजी कंपनियों को 302 किलोमीटर लंबी एक्सप्रेसवे बनाने के लिए निविदाएं आवंटित की गईं थीं, जिसमें से पीएनसी इंफ्रा टेक ने आगरा से फिरोजाबाद तक 56.134 किमी लंबा निर्माण कार्य किया.
गौरतलब बात ये है कि पीएनसी इंफ़्रा टेक के अध्यक्ष प्रदीप जैन आगरा के भाजपा से महापौर नवीन कुमार जैन के बड़े भाई हैं. बल्कि कम्पनी का नाम ही 3 जैन भाइयों के नाम पर हैं. PNC- यानी प्रदीप, नवीन और चक्रेश.
इतना ही नहीं 2017 में महापौर पद के लिए नगर निकाय चुनाव में प्रदीप जैन एक डमी उम्मीदवार रहे जिससे उनहोंने अपने भाई नवीन की चुनावों में जीत को आसान कर दिया.
बता दें कि पीएनसी इंफ़्रा टेक उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और महाराष्ट्र के 35 प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है.
जल्द निर्माण कार्य पूरा करने पर कंपनी को मिला था 60 लाख का बोनस:
इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म पीएनसी इंफ्राटेक को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे का जल्द निर्माण कार्य पूरा करने पर उत्तर प्रदेश सरकार से बोनस के रूप में 60 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई थी.
पीएनसी इंफ्राटेक के प्रबंध निदेशक ने बताया था कि राजमार्ग पर फिरोजाबाद से 56 किलोमीटर आगरा को पूरा करने की निर्धारित तिथि 28 जनवरी, 2018 थी। लेकिन उनकी कम्पनी ने 31 अक्टूबर, 2017 को निर्धारित तारीख से 89 दिन पहले परियोजना पूरा कर लिया था.
उस दौरान उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीईआईडीए) के जरिये प्रदेश सरकार ने 58.23 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया था।
इसी के साथ दिसंबर 2017 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने अपने शुद्ध मुनाफे में 21 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 93.06 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज करवाई थी.
1 साल में एक्सप्रेस वे पर 900 सड़क दुर्घटना:
गौरतलब है कि आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे में तकरीबन 15 करोड़ रुपये निर्माण कार्य में व्यय हुए साथ ही 26.6 करोड़ रुपये मई 2018 में राज्य सरकार ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण और मरम्मत के लिए दिए गये बावजूद इसके इतनी ज्यादा व्यय करने के बाद भी 1 अगस्त 2017 से अब तक 900 सड़क हादसों में 125 लोगों की जान चली गयी.