राजधानी लखनऊ में ही पुलिस अधिकारियों द्वारा होमगार्ड की फर्जी ड्यूटी लगाकर सरकारी खजाने से लाखों रुपये हड़पे जाने का खेल सामने आया है। माडर्न पुलिस कंट्रोल रूम के जरिए बंद हो चुके वाहनों पर भी होमगार्ड की ड्यूटी लगाकर उनका वेतन निकाले जाने की गंभीर शिकायत है। इसके लिए होमगार्ड की फर्जी रवानगी व आमद भी दिखाई जाती है। शासन को भेजे गए पत्र ने पूरे अमले में खलबली मचा दी है। गृह विभाग ने एसएसपी लखनऊ को पूरे प्रकरण की जांच कराने का आदेश दिया है। साथ ही एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट तलब की गई है। एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी का कहना है कि शासन को गुमनाम पत्र भेजकर ऐसी शिकायत की गई थी। उन्होंने एएसपी देहात को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी है। होमगार्डस के कमांडेंट को भी जांच कराए जाने के लिए कहा गया है।
150 से अधिक होमगार्ड की ड्यूटी फर्जी तरीके से लगाई जा रही
शासन को भेजे गए एक शिकायती पत्र में कहा गया है कि लखनऊ स्थित पुलिस माडर्न कंट्रोल रूम में नियमों को दरकिनार कर होमगार्ड से वसूली की जा रही है। माडर्न कंट्रोल रूम के द्वारा वाहनों का संचालन बंद हो चुका है, लेकिन 150 से अधिक होमगार्ड की ड्यूटी फर्जी तरीके से लगाई जा रही है। होमगार्ड की रवानगी व आमद दिखाकर उनका वेतन वसूला जा रहा है।
एक अधिकारी के पास रहते हैं एटीम कार्ड
जिस होमगार्ड की फर्जी ड्यूटी लगाई जाती है, उनके एटीम कार्ड होमगार्डस विभाग एक अधिकारी के पास रहते हैं और वह उनके खाते में आने वाली रकम का बड़ा हिस्सा अपने पास रख लेता है। जबकि एक छोटा हिस्सा होमगार्ड को दिया जाता है। पूरे प्रकरण में मार्डन पुलिस कंट्रोल रूम व होमगार्ड के अधिकारियों पर लगे गंभीर आरोपों से उनकी भूमिका सवालों के घेरे में आ गई है। गृह विभाग की ओर से एसएसपी लखनऊ को भेजे गए पत्र में दावा किया गया है कि होमगार्ड की आमद व रवानगी में उनके जाली हस्ताक्षर भी बनाए जाते हैं।