राजधानी लखनऊ में इस समय बदमाशों का तांडव लगातार जारी है। डीजीपी ओपी सिंह ने कुर्सी संभालते ही सभी कप्तानों को निर्देश दिए थे कि वह अपने-अपने जिलों के थानेदारों से क्षेत्रों में जाकर कम्युनिटी पुलिसिंग की शुरुआत करवाये। डीजीपी ने कहा था कि जनता से तालमेल बनाए ताकि थाने पर आने से वाली जनता ना घबराए और जनता के साथ मिलकर पुलिस बढ़िया संबंध स्थापित करें। डीजीपी का निर्देश का पालन करते हुए लखनऊ पुलिस इस समय हर थाने में क्षेत्र के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक करती नजर आ रही।
रात्रि कालीन गस्त के लिए बनाई योजना
इटौंजा इलाके में थानेदार ने क्षेत्र के ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर रात्रिकालीन अपराध रोकने के लिए रणनीति तैयार की है। थाना प्रभारी शिव शंकर सिंह ने बताया कि रविवार को थाने में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों को बुलाया गया था। बैठक में रात के दौरान अपराधों पर कैसे नियंत्रण लगे इसमें पुलिस का सहयोग करने की अपील की गई। वही हर गांव के 10 लोगों की टीम बनाकर रात के 11:30 बजे से सुबह 5:00 बजे तक गश्त करने की व्यवस्था की गई है। इसमें ग्राम प्रधानों का सहयोग मांगा गया है।
ग्रामीण इलाकों को बदमाश बना रहे निशाना
उन्होंने बताया कि इसमें जनता ने भी पुलिस का सहयोग करने की बात कही है। थाना प्रभारी ने चिनहट, काकोरी और मलियाबाद में पड़ी डकैतियों का जिक्र करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों को डकैत इस समय निशाना बना रहे हैं। इसके लिए सभी ग्रामीण काफी सजग हैं। अब वह रात में गश्त करके पुलिस के साथ तालमेल बनाकर अपने अपने गांव की रखवाली करेंगे। इसमें उनका पूरा सहयोग किया जाएगा।
सीधे संपर्क कर सकती है जनता
थाना प्रभारी ने बताया कि अगर किसी भी ग्रामीण को कोई दिक्कत होती है तो वह सीधे उनसे संपर्क कर सकते हैं।राजधानी का इटौंजा थाना, गोसाईगंज, मोहनलालगंज, मलिहाबाद ग्रामीण इलाकों के सभी थानों में इस समय थानेदार बैठकर करके योजना बना रहे हैं। गौरतलब है कि पिछले दिनों चिनहट, काकोरी और मलिहाबाद में 5 दिन के भीतर कई पड़ी डकैतियों के दौरान दो लोगों की हत्या और एक दर्जन लोगों को गोली मारकर घायल करने से ग्रामीण इलाकों में दहशत का माहौल कायम है। रात्रि कालीन अपराध को रोकने के लिए पुलिस ने कम्युनिटी पुलिसिंग की शुरुआत की है।
गांव में संदिग्ध घूमने वालों पर रखें नजर
थाना अध्यक्ष शिवशंकर सिंह व एसएसआई गिरीश चंद्र पांडे ने ग्राम प्रधानों से अपील करते हुए कहा कि अपराधों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस को आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है। प्रधान पुलिस का सहयोग करें तो काफी हद तक बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है। गांवो व उसके आसपास घूमने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ साथ पुलिस को भी अवगत कराने की जिम्मेदारी निभाएं और पुलिस के बीच आपसी तालमेल स्थापित कराने में सहयोग करें।
गांवों की टीम के नंबर ग्राम प्रधानों को सौंपे
थानेदार ने गांव में जुआ, शराब जैसे गलत कार्यों में लिप्त लोगों के लिए टीम की टोलियां बना दी गयीं हैं। जिनके मोबाइल नंबर प्रधानों को सौंप दिए गए। वहीं बैठक में आये सभी प्रधानों ने अपराध नियंत्रण में पुलिस को पूरा सहयोग देने का वायदा किया। वहीं इस बैठक में गांवों में तैनात चौकीदार व स्पेशल पुलिस अधिकारी नहीं बुलाये गये, जो चर्चा का विषय रहा। क्षेत्र में हो रहे अपराधों पर नजर रखने के लिए ही टीम की तैनाती की गई है। इस मौक पर गरीब जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राजेंद्र रावत, सोशल एक्टिविस्ट अनुराग सिंह अनुज, भाकियू महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष बबली गौतम सुंदर प्रधान सुंदर प्रधान चकबनकट समाजसेवी आलोक सिंह चौहान क्षेत्रीय प्रधानों के साथ-साथ जनता रही मौजूद रही।