उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा के गठबंधन के साथ भाजपा की मुश्किले भी बढ़ गयी है. गठबंधन के बाद लोकसभा उपचुनावों में दोनों दलों ने भाजपा के खिलाफ शानदार जीत दर्ज कराई. बसपा के सहयोग से सपा ने गोरखपुर और फूलपुर की सीटों पर कब्जा किया और दोनों ही जगह पर भाजपा के उम्मीदवार को मात दी. दोनों ही दल अपने गठबंधन को और मजबूत करने और प्रदेश में अपनी स्थिति को स्पष्ट करने के लिए मिल कर बड़े स्तर पर इस साल बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर की जयंती मनाने जा रहे है.

आम्बेडकर पर सपा ने बनवाई डॉक्युमेंट्री फिल्म:

14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव आम्बेडकर की 127वीं जयंती है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती हर साल अंबेडकर पार्क में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि देती हैं और अपने कैडर को संबोधित करती हैं. इस बार बाबा साहेब के जन्मदिन में बसपा अपने इन कार्यक्रमों के अलावा जिलों में अलग से बड़े कार्यक्रम करेगी. जिसमे पार्टी के बड़े नेता अलग-अलग जिलों में शामिल होंगे.  सपा अमूमन हर साल बाबा साहेब की जयंती पर सिर्फ पुष्पांजलि अर्पित करके खानापूर्ति करती रही है. लेकिन बसपा से गद्बंधन के बाद इस बार बाबा साहेब के जन्मदिन को पार्टी खास बनाने जा रही है. सपा ने अपने हर कार्यकर्ता को इस कार्यक्रम से जोड़ने का प्लान बनाया है.

हालांकि, सपा-बसपा दोनों पार्टियां अलग-अलग तरह से 14 अप्रैल को  बाबा साहेब का जन्मदिन मनाएंगी. लेकिन इस बार दोनों पार्टियां बाबा साहेब के जन्मदिन के आयोजन में बीजेपी से पीछे नहीं दिखना चाहती हैं. इसीलिए दोनों पार्टियों ने बड़े स्तर पर कार्यक्रम बनाए हैं. लिहाजा 14 अप्रैल को सपा-बसपा मिलकर प्रदेश में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 127वीं जयंती को मनाएंगे.

90 जिलों में मनाई जाएगी आम्बेडकर जयंती:

गोरखपुर के लोकसभा उपचुनाव मे बसपा ने सपा के उम्मीदवार का साथ दिया था. ऐसे में 2019 में सपा-बसपा के गठबंधन को और मजबूत करने के लिए सपा एक डॉक्युमेंट्री फिल्म और एक गाना लाने जा रही है, जिसमे बाबा साहेब के जीवन, उनकी विचारधारा, समाज में उनके योगदान को दर्शाया जाएगा. सपा के जिला और नगर अध्यक्ष को निर्देश दिया गया है कि वह पार्टी कार्यालय या किसी अन्य जगह पर कार्यक्रम का आयोजन करें. पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं को इस मौके पर संबोधित करेंगे और बाबा साहेब की उपलब्धियों व संविधान निर्माण में उनकी भूमिका के बारे में बताएंगे.

इस मौके पर सपा मुखिया अखिलेश यादव लखनऊ स्थित सपा मुख्यालय में तमाम कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और हजरतगंज स्थित अंबेडकर जी की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे. मुलायम सिंह को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया गया है. सपा के इस कार्यक्रम के बारे में यूपी सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि बाबा साहब की जयंती को 90 जिलों में मनाया जाएगा. इस दौरान बाबा साहेब के काम पर चर्चा होगी, तमाम जिला मुख्यालय पर जिलाध्यक्ष कार्यक्रम का आयोजन करेंगे.

सपा इतने बड़े स्तर पर पहली बार कार्यक्रम कर रही है. समाजवादी पार्टी का यह कदम बसपा के साथ हुए गठबंधन के बाद माहौल बनाने की दूसरी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है. हालाँकि सपा इसे गठबंधन से नहीं जोड़ रही.

प्रधानमन्त्री भी दलितों के साथ मनाएंगे बाबा साहेब की जयंती:

यूपी सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम ने इस कार्यक्रम को गठबंधन से अलग बताते हुए कहा, “यह कार्यक्रम इसलिए नहीं आयोजित किया जा रहा है क्योंकि सपा-बसपा का गठबंधन हुआ है, बल्कि सपा ने हमेशा से ही बाबा साहेब को सम्मान दिया है. एक गांव विकास योजना का नाम भी बाबा साहेब के नाम से रखा गया था, जिसे मुलायम सिंह यादव ने शुरू किया था. सपा तमाम महान हस्तियों का सम्मान करती है, जिसमे अंबेडकर राम मनोहर लोहिया, जय प्रकाश नारायण, आदि शामिल हैं.” उन्होंने कहा कि तमाम संगठन यहां तक कि भाजपा भी बाबा साहेब की जयंती मनाती है

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी इस दिन छत्तीसगढ़ के दलित और आदिवासी क्षेत्र में रहेंगे. वह देशभर के दलितों को बड़ा संदेश देने की कोशिश करेंगे. बीजेपी के तमाम कार्यकर्ताओं को बड़े स्तर पर इसे मनाने के निर्देश दिए गए हैं, साफ है कि चुनावी साल से पहले बाबा साहेब के जन्मदिन पर सियासी पार्टियों ने अपनी सियासत के लिए इस आयोजन को बड़े स्तर पर मनाने की रणनीति बनाई हैं.

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