उत्तर प्रदेश के बागपत जिला कारागार के भीतर पूर्वांचल के कुख्यात अपराधी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी की हत्या कर दी गई। मुन्ना बजरंगी की हत्या का आरोप जिस कुख्यात अपराधी सुनील राठी पर लगा है। वह सुनील राठी उत्तराखंड के हरिद्वार में सक्रिय है। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह सुनील राठी और मुन्ना बजरंगी में झगड़ा हुआ, जिसके बाद मुन्ना बजरंगी को गोली मार दी गई। इस दौरान कई राउंड फायरिंग हुई। पहले सुनील राठी को रुड़की जेल से बागपत शिफ्ट कर दिया गया था।
सुनील पारिवारिक रंजिश के चलते बदमाश बना था। सोमपाल भाटी पर सुनील राठी के पिता और भाई की हत्या का आरोप लगा था। जिस पर सुनील राठी और उसके ग्रुप ने सोमपाल भाटी के समूह के दो लोगों की हत्या कर दी थी। तब से पुलिस सुनील राठी को ढूंढ रही थी। जिसके बाद साल 2000 में सुनील को एसओजी और स्थानीय पुलिस टीम ने हरिद्वार के कनखल स्थित शिवपुरी कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया। इस दौरान जेल में रहते-रहते सुनील की शादी हुई।
सुनील राठी का एक बेटा भी है। कुख्यात सुनील मुख्य रूप से हरिद्वार में एक्टिव रहता है। वह रुड़की से वसूली करता है। सुनील पर हरिद्वार में आधा दर्जन से ज्यादा मर्डर के आरोप लगे हैं। सुनील ने 12 सितंबर 2011 को रुड़की जेल के बाहर जेलर नरेंद्र खंपा की हत्या कर दी थी। वहीं 5 अगस्त 2014 को रुड़की जेल में हुआ गैंगवार भी इसकी शय पर हुआ था। सुनील राठी बेहद मजबूत नेटवर्क वाला कुख्यात है। हाल ही में सुनील ने दिल्ली के अपने एक साथी की मदद से अपराधी भूरा को बागपत जेल से छुड़वाया था। बता दें कि गैंगस्टर सुनील की मां राजबाला छपरौली से बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अपराध जगत में सुनील राठी का नाम बड़ा है। बताया जाता है कि अपने पिता की हत्या कर उसने जुर्म की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद एक-एक करके चार लोगों को मौत की नींद सुला दिया। लोग सुनील के नाम से भी डरने लगे. उसकी मां पिछले विधानसभा चुनाव में बीएसपी के टिकट पर छपरौली विधानसभा से चुनाव भी लड़ चुकी हैं। कुख्यात बदमाश चीनू पंडित से सुनील राठी की जानी दुश्मनी है। बताया जाता है कि दोनों एक दूसरे पर जानलेवा हमले करवा चुके हैं। इन गैंगवार में दोनों बदमाशों के कई साथी भी मारे जा चुके हैं। चीनू पंडित रुड़की की जेल में बंद है। जेल में बंद होने के बावजूद दोनों अपना-अपना गैंग नेटवर्क चला रहे हैं।
पिछले साल सुनील राठी का नाम तब सुर्खियों में आया था, जब उसने रुड़की शहर के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर एनडी अरोड़ा से पचास लाख की रंगदारी मांगी थी। बागपत जेल में बंद रहते हुए उसे डॉक्टर से अपनी मां तक इन पैसों को पहुंचाने के लिए कहा था। इसके बाद रुड़की पुलिस सुनील राठी को रिमांड पर लेकर आई थी। कोर्ट के आदेश पर उसे रुड़की में रखा गया था। इस मामले में बागपत के टिकरी कस्बे से नगर पंचायत की पूर्व चेयरमैन और सुनील राठी की मां राजबाला को गिरफ्तार किया गया था।उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नारसन में एक व्यक्ति के ऑफिस के पीछे छुपाए गए 32 बोर के पिस्टल और चार कारतूसों को बरामद किया था। पुलिस ने सुनील राठी के दो गुर्गों रजनीश और दीपक को भी गिरफ्तार किया था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मोस्ट वॉन्टेड माफिया डॉन मुन्ना बरजरंगी की सोमवार को यूपी के बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई। सोमवार को उसकी पूर्व बसपा विधायक लोकेश दीक्षित से रंगदारी मांगने के आरोप में बागपत कोर्ट में पेशी होनी थी। उसे रविवार को झांसी से बागपत लाया गया था। पेशी से पहले ही जेल में उसे गोली मार दी गई। 7 लाख का इनामी बदमाश रह चुका सुपारी किलर मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या से हड़कंप मचा है। यूपी के माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की सोमवार सुबह बागपत जेल के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस के मुताबिक, कुख्यात बदमाश सुनील राठी ने बजरंगी को गोलियों से भूनकर गन को गटर में फेंक दिया। घटना के बाद पूरे जेल परिसर में हड़कंप मच गया।
सुनील राठी को एक दिन पहले रविवार को ही रुड़की से बागपत जेल में शिफ्ट किया गया था। उसने रुड़की में अपनी जान का खतरा बताया था। बताया जा रहा है कि सुनील राठी का परिवार भी अपराध जगत में सक्रिय है। मुन्ना बजरंगी का नेटवर्क मुंबई, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और पूर्वी उत्तर प्रदेश में फैला हुआ था। बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद मुन्ना बजरंगी अपराध की दुनिया में दहशत का दूसरा नाम बन गया था।