पासपोर्ट ऑफिस में महिला के साथ बदसलूकी के मामले में सबसे पहले जिस प्रत्यक्षदर्शी को uttarpradesh.org की टीम सामने लाई थी, उसका अपहरण हो गया है. इस बात की जानकारी प्रत्यक्षदर्शी ने हमे व्हाट्सएप मैसेज भेज कर दी.
तन्वी सेठ के आरोपों को बताया था गलत:
तन्वी सेठ पासपोर्ट प्रकरण में मामले का खुलासा करने के किये प्रत्यक्षदर्शी को सबसे पहले uttarpradesh.org की टीम सामने लाई थी. जिसके बाद से तन्वी सेठ के आरोपों की सच्चाई और पासपोर्ट ऑफिसर विकास मिश्रा का पक्ष भी सामने आया था. अब इसी कड़ी में प्रत्यक्षदर्शी के अपहरण की खबर सामने आई हैं.
https://twitter.com/Interceptors/status/1010731717093658624
प्रत्यक्षदर्शी आज करने वाला था प्रेस वार्ता:
पासपोर्ट अफसर और तन्वी सेठ के बीच उस दिन हुई बातों को सबसे सामने उजागर किया था . प्रत्यक्षदर्शी आज एक प्रेस वार्ता करने वाले थे. लेकिन इसी बीच उसने हमारी टीम को व्हाट्सएप सन्देश के जरीये बताया कि इस उसका अफर्ण कर लिया गया हैं.
#लखनऊ – पासपोर्ट ऑफिस में महिला के साथ बदसलूकी के मामले में प्रत्यक्षदर्शी का हुआ अपहरण, प्रत्यक्षदर्शी ने @Interceptors को व्हाट्सएप मैसेज भेज कर दी सूचना. @lucknowpolice @SushmaSwaraj @rpolucknow @Uppolice @CMOfficeUP pic.twitter.com/24FtPNlgSt
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) June 24, 2018
प्रत्यक्षदर्शी इस समय नेपाल बॉर्डर के एक पुलिस स्टेशन में है. उन्हें सच्चाई बयान करने से रोका जा रहा हैं. बहरहाल अपहरणकर्ता से अपनी जान बचा कर किसी तरह पुलिस के पास पहुंचे है. लेकिन उन्हें देश से दूर नेपाल ले जाया जा रहा था.
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बता दें कि प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि विकास मिश्रा ने तन्वी सेठ के साथ किसी तरह की कोई बदसलूकी नहीं की थी. महिला ने पासपोर्ट अफसर पर झूठे इल्ज्काम लगाये थे जिसके बाद उन्हें आनन फानन में पासपोर्ट भी जारी कर दिया गया था. \
प्रत्यक्षदर्शी ने जो उसी दिन कार्यलय में मौजूद थे और पूरी घटना देख रहे थे, ने साफ़ किया कि अधिकारी ने किसी भी तरह की अभद्रता नहीं की थी. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि महिला से अधिकारी अच्छे से बात कर रहे थे. महिला के दस्तावेजों में कुछ दिक्कत थी जिसे लेकर दोनों में बाते चल रही थी.
जिसके बाद अधिकारी ने महिला और उनके पति को एपीओ यानी असिस्टेंट पासपोर्ट अधिकारी के पास भेज दिया. अधिकारी ने कहा कि एपीओ के निर्णय के आधार पर काम हो जायेगा. क्योंकि दस्तावेजों में दिक्कत है और इससे आगे चल कर परेशानी हो सकती हैं.