उत्तर प्रदेश पुलिस में बहु प्रतीक्षित सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन लेने का सिलसिला 22 जनवरी से शुरू होगा। अभ्यर्थी 22 फरवरी 2018 तक इन भर्तियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अध्यक्ष जीपी शर्मा ने बताया कि 23520 नागरिक पुलिस के आरक्षी, 18 हजार पीएसी आरक्षी की सीधी भर्ती और 480 पद पर कुशल खिलाड़ी कोटे से नागरिक पुलिस के आरक्षी की भर्ती होनी है। फिलहाल खिलाड़ी कोटे से होने वाली भर्ती प्रक्रिया अभी शुरू नहीं होगी।
18 हजार पीएसी की भर्तियों में महिलाएं आवेदन नहीं कर सकेंगी। वहीं 23520 आरक्षी पदों में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। इन भर्तियों में 18 से 22 साल की उम्र के इंटरमीडिएट या समकक्ष परीक्षा पास अभ्यर्थी आवेदन करने के पात्र होंगे। आयु की गणना 1 जुलाई 2018 से होगी। इन भर्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन ही स्वीकार किए जाएंगे। आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को नियमानुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी।
भर्ती से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, आवेदन में सही और योग्य पाए गए अभ्यर्थियों को 300 नंबर की लिखित परीक्षा से गुजरना होगा। इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी, संख्यात्मक एवं मानसिक योग्यता, मानसिक अभिरूचि एवं तार्किक क्षमता के प्रश्न पूछे जाएंगे। गलत जवाब के लिए निगेटिव मार्किंग का प्राविधान भी किया गया है।
लिखित परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा से गुजरना होगा। जिसमें पुरुषों को 25 मिनट में 4.8 किलोमीटर और महिला अभ्यर्थियों को 14 मिनट में 2.4 किलोमीटर की दौड़ पूरी करनी होगी। सभी चरणों को सफलता पूर्वक पूरा करने वाले अभ्यर्थियों को चयन के लिए योग्य माना जाएगा। हर चरण में प्राप्त अंकों के आधार पर एक मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी जिसके आधार पर नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे।
दुनिया के सबसे बड़े पुलिस बल यूपी पुलिस में 42 हजार पदों पर भर्ती के लिए डीजीपी मुख्यालय से विज्ञापन जारी कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस प्रोन्नति एवं भर्ती बोर्ड के डीजी जेपी शर्मा ने बताया कि डीजीपी मुख्यालय से भर्ती का अधियाचन (प्रस्ताव) मिल गया है। सिपाहियों की भर्ती के लिए ऑनलाइन ही आवेदन लिए जायेंगे।
अभ्यार्थी यूपी पुलिस की भर्ती प्रक्रिया से संबंधित अधिक जानकारी के लिए पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की वेबसाइट http://uppbpb.gov.in/ पर देख सकते हैं। गौरतलब है कि पूर्व सपा सरकार में सीएम रहे अखिलेश यादव के कार्यकाल में भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा की अनिवार्यता खत्म कर दी थी, लेकिन योगी आदित्यनाथ ने पूर्ववर्ती सरकार की नियमावली में बदलाव करते हुए यूपी पुलिस भर्ती के लिये लिखित परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया है।