सीतापुर में संदिग्ध हालात में बच्चों की हुई करीब एक दर्जन से अधिक मौतों को लेकर राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. शेखर दीक्षित ने योगी सरकार पर निशाना साधा है। शेखर ने कहा कि योगी सरकार अभी तक बच्चों की मौत के सही कारण का पता नहीं लगा पायी है। ऐसा तब है जब प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद घटनास्थलों का दौरा करते हैं और अफसरों को निर्देश देते हैं। पं. शेखर दीक्षित ने कहा कि प्रशासनिक अफसर सुनी-सुनाई बातों के आधार पर बच्चों की मौत का कारण आवारा कुत्तों के काटने से बता रहे हैं, जबकि अभी तक इस पर संदेह है कि बच्चों की मौत का कारण आवारा कुत्तों का काटना है या फिर कुछ और।
पं. शेखर दीक्षित कहा कि हो सकता बच्चों की मौत किसी अन्य जंगली जानवर के काटने से हुई हो। जिसका अभी तक प्रशासन पता नहीं लगा पाया है। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की मौत कुछ और ही इशारा करती है। करीब एक महीने से अधिक बीत जाने के बाद भी अभी तक प्रशासन की जांच पूरी नहीं हो पायी। प्रदेश की क़ानून व्यवस्था और अफसरशाही की सुस्त चाल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सीतापुर केस में अब तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचा जा सका है।
पं. शेखर दीक्षित ने कहा कि सीतापुर जिले में जहाँ पर ये घटनाएं हुई वहां लोग अपने बच्चों को लेकर चिंतित और खौफजदा हैं। उन्हें हर पल अपने बच्चों की सुरक्षा की चिंता सता रही है। योगी सरकार का सबको सुरक्षा देने का वादा, सबसे बड़ा झूठ है। प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है। आम आदमी के अंदर बढ़ते अपराध से खौफ का माहौल है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में पिछले एक महीने के दौरान संदिग्ध हालात में करीब 13 बच्चों की मौत हो गयी। बच्चों की मौत का कारण आवारा कुत्तों के काटने से बताया जा रहा था। जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ही जिले का दौरा कर पीड़ितों से मुलाकात की थी और घटना की सही जांच रिपोर्ट देने को कहा था लेकिन अभी तक इस केस में सही कारणों का पता नहीं लग पाया है।