मध्यप्रदेश में बसपा के अकेले लड़ने के ऐलान के बाद समाजवादी पार्टी विपक्ष दलों का एक गैर-कांग्रेसी चुनावी मोर्चा बनाने की योजना बना रही है। इसके तहत बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ सपा 150 विधानसभा सीटों पर तालमेल बिठाने की कोशिश में जुटी हुई है। सपा की प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष मूलचंद यादव ने मीडिया को को बताया कि राज्य के आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बसपा और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (गोंगपा) से तालमेल को लेकर हमारी चर्चा अंतिम दौर में है। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को सपा की प्रदेश चुनाव अभियान समिति की अहम बैठक बुलायी गयी है। इस बैठक में पार्टी के कुछ राष्ट्रीय पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे।
कुशासन में विकास की झूठी घोषणाएं :
मूलचंद यादव ने कहा कि इस बैठक के एक-दो दिन के भीतर हम सूबे में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित कर देंगे। हालांकि उन्होंने बताया कि राज्य में चुनावी तालमेल को लेकर सपा की कांग्रेस के साथ फिलहाल कोई सहमति नहीं बन सकी है। कांग्रेस छोड़कर सपा में आये वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस अगर मध्यप्रदेश में अगली सरकार बनाना चाहती है तो इस तालमेल के लिये उसे ही पहल करनी होगी। यादव ने आरोप लगाया, “राज्य में भाजपा के कुशासन में विकास की झूठी घोषणाएं भर की गयी हैं। कांग्रेस राज्य का मुख्य विपक्षी दल है जबकि सपा, बसपा और गोंगपा का चुनावी रूप से निर्णायक प्रभाव चंद इलाकों तक ही सिमटा माना जाता है।
230 सीटों पर चुनाव लड़ेगी बसपा
आगामी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस को झटका देते हुए बसपा ने प्रदेश की सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। बसपा ने अपने 22 प्रत्याशियों की पहली सूची भी जारी कर दी है। मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा का इस मामले में कहना है कि विधानसभा चुनावों में विपक्षी दलों के “महागठबंधन” की संभावनाएं अब भी बरकरार हैं। उन्होंने कहा कि चुनावी तालमेल को लेकर सपा, बसपा और गोंगपा से हमारी बातचीत अंतिम दौर में है।