2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संगठन को मजबूती देना शुरू कर दिया है। इसके अलावा भाजपा को घेरने के लिए अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश से बाहर निकल कर पार्टी संगठन को मजबूती देना भी शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश से सटे मध्य प्रदेश में भी समाजवादी पार्टी का अच्छा जनाधार है। मुलायम के सपा अध्यक्ष रहते हुए MP में सपा के कई विधायक भी बन चुके हैं। यही कारण है कि इसी साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनावों में सपा ने सभी सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया है। हालाँकि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने MP के विधानसभा चुनावों में अकेले उतरने का फैसला किया है।
बीजेपी की राजनीति की होगी हार :
उत्तर प्रदेश में बीते दिनों हुए उपचुनावों में विपक्ष ने एकजुट होकर भाजपा को हराने का काम किया है। इसके अलावा राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव में भी विपक्ष की एकजुटता देखने को मिली थी। कर्नाटक में मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती पहली बार एक मंच पर साथ नजर आए थे। हालांकि अगले लोकसभा चुनाव में विपक्षी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को पेचीदा मसले के तौर पर देखा जा रहा है। इस मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में विपक्ष एकजुट होकर पूरी मजबूती से बीजेपी का मुकाबला करेगा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में बीजेपी की ‘डिवाइड ऐंड रूल’ राजनीति की हार होगी। बीजेपी का वही हाल होगा जो कैराना सहित अन्य उपचुनावों में हुआ है।
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सभी सीटों पर लड़ेगी सपा :
सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि लोकसभा के आम चुनाव कुछ राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ हो सकते हैं। देश के अन्य राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि सपा ने मध्य प्रदेश में सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है। इसके अलावा सपा छत्तीसगढ़ और झारखण्ड में भी विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि इनके साथ ही सपा अगले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां कर रही है। इसके लिए सम्भावित प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।