राजधानी के मड़ियांव थाना क्षेत्र का में एक बीयूएमएस के डॉक्टर की बेरहमी से गला रेतकर निर्मम हत्या किसी और ने नहीं बल्कि किरायेदार ने की थी। इस सनसनखेज हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा कर आरोपी किरायेदार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि किरायेदार ने डॉक्टर की प्रताड़ना से तंग आकर उसे मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त आला क़त्ल भी बरामद कर लिया है। आरोपी के खिलाफ आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।
ये है डॉक्टर की हत्या का घटनाक्रम
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि मूलरूप से गोंडा जिला के रहने वाले डॉ. असगर अली (45) ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के कैम्पवेल रोड पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह ठाकुरगंज में स्थित बालागंज हॉस्पिटल में बीयूएमएस (BUMS) डॉक्टर थे। सोमवार की देर रात करीब 10:30 बजे पुलिस को मड़ियांव थाना क्षेत्र में एक शव पड़ा होने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना मिलते ही एएसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस को मौके से डॉक्टर की बाइक भी बरामद हुई थी।
किरायेदार रामू हत्या के आरोप में गिरफ्तार
एसएसपी ने बताया कि मड़ियांव एसएसआई अमरनाथ वर्मा के नेतृत्व में पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम को घटना के खुलासे के लिए लगाया गया था। पुलिस ने सर्विलांस की मदद से कॉल डिटेल निकलवाईं और पड़ताल की तो किरायेदार पर पुलिस का शक गहराया। पुलिस ने किरायेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो पहले वाज पुलिस को गुमराह करता रहा लेकिन कड़ाई से पूछताछ पर वह टूट गया और अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस की पूछताछ में आरोपी किरायेदार रामू शर्मा निवासी हरदोई ने बताया कि डॉक्टर असगर उसे आये दिन किराये के लिए परेशान करता था। वह गरीबी के चलते पैसे समय से नहीं दे पता था तो डॉक्टर उसके साथ मारपीट और फैजुल्लागंज स्थित घर से भागने की धमकी देता था। घटना वाले दिन उसने किराये के संबंध में डॉक्टर को बुलाया और गला रेतकर हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस आरोपी के खिलाफ आगे की कार्रवाई कर रही है।
लूट और आशनाई में हुई थी डॉक्टर की हत्या, क्राइमब्रांच ने किया खुलासा
बता दें कि डॉक्टर असगर अली की हत्या लूट और आशनाई में हुई थी। इस हत्याकांड के खुलासे के लिए एएसपी क्राइम के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच की तेज तर्रार टीम को लगाया गया था। उप निरीक्षक उदय प्रताप सिंह, कॉन्स्टेबल सरताज अहमद, आनंद सिरोही, विशाल और सुजीत कटियार ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए इस हत्याकांड का खुलासा किया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर असगर के आरोपित रामू शर्मा की पत्नी के साथ अवैध संबंध थे। घटना के वक्त डॉक्टर के पास 40 हजार रुपये थे वह किराया लेने पहुंचे थे। क्राइमब्रांच ने आरोपी के पास से आला कत्ल और 28 हजार रुपये भी बरामद किये हैं। लेकिन बिना काम किए वाहवाही लूटने में माहिर मड़ियांव पुलिस की सोशल मीडिया पर भद्द पिटी हुई है।