मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशासन में प्रदेश का कोना-कोना असुरक्षित हो गया है।राजधानी लखनऊ की ध्वस्त कानून- व्यवस्था पर एक बार फिर से अपराधियों ने जोरदार हमला किया है। खुले आम घूम रहे अपराधियों को सरकार में संरक्षण मिल रहा है, जिसकी वजह से अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। ताजा मामला मड़ियांव थाना क्षेत्र का है, यहां एक डॉक्टर की गला रेतकर निर्मम हत्या कर दी गई। डॉक्टर का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई।
पुलिस ने इस सनसनीखेज घटना को दबाये रखा। सोमवार आधीरात के बाद जब मीडियाकर्मियों के जरिये पुलिस को सूचना मिली तो महकमें में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही एएसपी ट्रांसगोमती हरेंद्र कुमार मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने शव कब्जे में लेकर पंचनामा भरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस को मौके से डॉक्टर की बाइक भी बरामद हुई है। पुलिस ने घरवालों की तहरीर के आधार पर हत्या का केस दर्ज कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, मूलरूप से गोंडा जिला के रहने वाले डॉ. असगर अली (45) ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के कैम्पवेल रोड पर अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह ठाकुरगंज में स्थित बालागंज हॉस्पिटल में बीयूएमएस (BUMS) डॉक्टर थे। सोमवार की देर रात करीब 10:30 बजे पुलिस को मड़ियांव थाना क्षेत्र में एक शव पड़ा होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और घटना को दबा दिया। आधी रात के बाद जब घटना की भनक मीडियाकर्मियों को हुई तो सोशल मीडिया पर संदेश वायरल हुआ।
घटना की सूचना मिलते ही एएसपी तरंगोमती हरेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने मड़ियांव के गौरभीट में घटना स्थल पर जाकर पड़ताल की। मृतक डॉक्टर का हत्यारों ने गला रेत दिया था। वह खून से लथपथ पड़ा था पास में उसकी मोटरसाइकिल भी पड़ी थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी मड़ियांव अमरनाथ वर्मा ने बताया कि मृतक के परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की पड़ताल की जा रही है। पुलिस का दावा है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे भेजा जायेगा। इस हत्याकांड से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त है। वहीं मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है।