उत्तर प्रदेश के नोएडा जिले की पॉश सोसाइटी महागुन मॉडर्न में रह रहे राहुल सहाय पर घरेलू नौकरानी जौरा से मारपीट कर बंधक बनाने के आरोप लगे थे। जिसके बाद बीते गुरुवार को सुबह जौरा के गाँव से सैकड़ों लोगों ने सोसाइटी में तोड़फोड़ कर पथराव(mahagun society riot) कर दिया था। मामले में पुलिस अब तक कुल 45 लोगों को हिरासत में ले चुकी है, साथ ही लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पुलिस ने सोसाइटी के CCTV से उपद्रवियों की पहचान की है। वहीँ अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने भी मामले पर अपनी नजर रखी और जिस तरह से पूरी कहानी को पेश किया है, वह भटकाने वाला है।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने मामले को बताया ‘क्लास की लड़ाई'(mahagun society riot):
- अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के न्यूयॉर्क टाइम्स ने इस पूरे मामले में सभी तथ्यों पर प्रकाश डाला है।
- NYT द्वारा अपने आर्टिकल के अंत में इस पूरे मुद्दे को ‘क्लास की लड़ाई’ बनाकर पेश किया है।
- पूरे मामले पर नजर डालें तो इसमें कहीं भी ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलेगा।
- साथ ही NYT द्वारा ये भी बताने या जताने की कोशिश की गयी है कि,
- बड़ी-बड़ी सोसाइटी के लोग अपने से छोटे लोगों को सिर्फ दबाना जानते हैं।
- सबसे अहम बात यह है कि, इस बात को सिर्फ और सिर्फ भारत के सन्दर्भ में लिखा गया है।
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न्यूयॉर्क टाइम्स का विवादित अंश(mahagun society riot):
- NYT ने अपने आर्टिकल में आगे जो लिखा है वो किसी भी सभी समाज का हिस्सा नहीं हो सकता है।
- इतना ही नहीं यह भी कहने की कोशिश की गयी है कि, घरेलू नौकरानी से झगड़े के बाद पॉर्श इलाके की मैडम कैसे सर्वाइव करेंगी।
- इस तर्क के हिसाब से सभी को डर के चलते घरेलू नौकरानी की सभी गलत-सही बातों को मान लेना चाहिए।
- हालाँकि, सोसाइटी में घरेलू नौकरानी के साथ जो भी किया गया वो गलत था,
- लेकिन सैकड़ों लोगों को लाकर पथराव करना, लोहे के रॉड से हमला भी किसी दृष्टि से सही नही हो सकता है।
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सोसाइटी भी उतनी ही गलत, जितनी गलत जौरा(mahagun society riot):
- नोएडा मामले में सभी के अपने-अपने बयानों का वर्जन है।
- इस मामले ने एक चोरी के आरोप को सोसाइटी बनाम घरेलू नौकरानी बना दिया है।
- सैकड़ों लोगों द्वारा पथराव किये जाने के बाद सोसाइटी के अन्य लोगों ने भी अपनी घरेलू नौकरानियों को काम से हटा दिया है।
- मामले में महागुन सोसाइटी भी उतनी ही गलत है, जितनी की जौरा।
- वहीँ जौरा को भी सोचना होगा कि, उनकी वजह से कितनी और जौरा को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।
- सूत्रों की मानें तो, जौरा की मालकिन द्वारा चोरी के आरोप के बाद जौरा को ‘बांग्लादेशी’ कहकर संबोधित किया था।
- जिस पर सवाल यह बनता है कि, पिछले 3 साल से जौरा बांग्लादेशी नहीं थीं?
- अगर आपकी मानसिकता बांग्लादेशियों को लेकर एक चोर की है तो काम पर क्यों रखा?
- बहरहाल पुलिस ने मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया है और कई लोगों की गिरफ़्तारी भी की है।
पूरा मामला(mahagun society riot):
- एसपी सिटी अरूण कुमार सिंह ने बताया कि सेक्टर-78 स्थित महागुन सोसाइटी में रह रहे राहुल सहाय पर घरेलू नौकरानी जौरा से मारपीट कर बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों गांववालों ने सोसाइटी पर धावा बोलकर जमकर तोड़फोड़ की थी।
- सोसाइटी में घरेलू काम करने वाले नौकर-नौकरानियां भी बवाल में शामिल थे।
- इस मामले में महागुन बिल्डर के मैनेजर और राहुल सहित मकान मालिक मितुल सेठी ने तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज कराए हैं।
- वहीं दूसरी ओर नौकरानी की तरफ से बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला दर्ज कराया गया है।
45 लोगों को हिरासत में लिया गया(mahagun society riot):
- एसपी ने बताया कि सोसाइटी पर एकराय होकर हमला करने वाले अख्तर अब्दुल, प्रतीकउल मियां, सहदुल, लक्खीराम, हैदर अली, यूनिस अली, अब्दुल जलील, अतीक अजमल, सहसुद्दीन, मैजूद्दीन सहित 13 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
- एसपी ने बताया कि करीब 45 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
- सोसाइटी लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
- इस मामले में कुछ और लोगों की आज शाम तक गिरफ्तारी हो सकती है।
- पुलिस ने बृहस्पतिवार देर रात विभिन्न झुग्गियों में छापेमारी कर बलवाइयों को पकड़ा।
- वहीं नौकरानी के साथ मारपीट कर बंधक बनाने वाले मकान मालिक की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है।
- इस बात से सोसाइटी में काम करने वाले नौकर व नौकरानियों में भारी रोष है।
- एहतियात (Mahagun Society) के तौर पर सोसाइटी में भारी पुलिस बल लगा दिया गया है।
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