2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संगठन को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा के साथ गठबंधन हो जाने के बाद अब चुनावी जीत के समीकरण बनाना भी शुरू हो गया है। इस बीच समाजवादी पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। सपा के एक बड़े नेता ने इस्तीफा दे दिया है जिसके बाद नए समीकरण बनते दिख रहे हैं।
महानगर अध्यक्ष ने दिया इस्तीफ़ा :
सपा की चुनावी जीत के समीकरण साधकर तैयार किए जा रहे संगठन में एक और झटका लगा है। फिरोजाबाद जिले में सपा वैसे ही अपने विधायक की बगावत का सामना कर रही है। इसके अलावा बीते नगर निगम चुनाव के बाद जातीय समीकरण साधने के चलते महानगर अध्यक्ष बनाए गए शमशाद बाबा ने खुद को व्यस्त और बीमार बताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है। नगर निगम चुनाव में हार के बाद सपा हाईकमान ने संगठन में बदलाव किया था। सुमन देवी सविता के जिलाध्यक्ष बनाने के साथ मुस्लिम चेहरे के रूप में पुराने कार्यकर्ता शमशाद बाबा को महानगर की जिम्मेवारी सौंपी गई थी। पिछले कई महीनों से वह पार्टी कार्यक्रमों में भी नजर नहीं आ रहे थे। यहां तक वह पार्टी के रोजा इफ्तार में भी नहीं दिखे थे।
सांसद के आवास पर जाकर दिया इस्तीफ़ा :
देर रात सपा महानगर अध्यक्ष ने पार्टी संसद सांसद अक्षय यादव के आवास पर जाकर इस्तीफा दिया। हालांकि सपा सांसद ने उन्हें एक बार फिर इस फैसले पर विचार करने को कहा है। शमसाद बाबा का कहना है कि व्यावसायिक व्यस्तता और स्वाथ्य खराब रहने के कारण मैं महानगर अध्यक्ष के पद के दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहा था। इस कारण मैंने इस्तीफा दिया है। इसे राजनैतिक नजरिए से न देखा जाए। मैं पार्टी का सच्चा सिपाही था और कार्यकर्ता के रूप में काम करता रहूंगा। प्रदेश अध्यक्ष को संबोधित त्याग पत्र भी सांसद को सौंप दिया है।