विकास की गंगा बहाने से शुरु हुआ उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव प्रचार अंतिम क्षणों में आकर गाय, गंगा औऱ टीवी पर आकर सिमट गया..विकास का मुद्दा पीछे छोड नेताओं ने गजब मुद्दों पर बहस शुरु कर दी..जैसे ही मतदान शुरु हुआ उसके कुछ ही घंटो मे बहस को नया मोड़ दे दिया गया..उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान बेहद विचित्र था..आज सुबह उन्होंने प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी को यह कह छेड़ने का प्रयास किया कि उन्होंने बनारस में गाय को कटा हुआ चारा नही खिलाया बल्कि साबुत चारा खिला दिया..मोदी को गाय को चारा खिलाना नही आता है..साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मोदी टीवी पर ज्यादा आते है औऱ यह भी एक किस्म का भ्रष्टाचार है..अखिलेश का यह बयान आता उससे पहले ही कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी का एक ट्वीट सामने आया..उन्होंने लिखा कि मोदी ने अपना वादा पूरा नही किया..गंगा सफाई के लिये उन्होंने 20 हजार करोड़ देने की बात कही थी जिसका आधा हिस्सा भी खर्च नही हुआ..!
अब सवाल यह है कि जब चुनाव खत्म होने की कगार पर आ गया औऱ जिस वक्त सातवें चरण के सात जिलो की 40 सीटो पर मतदान हो रहा था उस वक्त गठबंधन के सूत्रधार अखिलेश औऱ राहुल का यह हमला क्यों हुआ..दरअसल इस बयान के करीब एक घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह औऱ गुजरात के पूर्व सीएम केशुभाई पटेल के साथ सोमनाथ मंदिर मे पूजा अर्चना कर रहे थे..मोदी के इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण सभी मीडिया चैनलों में शुरु हुआ..मोदी औऱ बीजेपी जो हिंदुत्व की राजनीति करते है औऱ जिनकी कोशिश लगातार इस बात की थी वह हिंदू मतों को लामबंद करे जिससे हिंदू मतो की बंटवारा जातियों के नाम पर दूसरे दलों में न होने पाये वह अपने इस मिशन मे कामयाब होते नजर आ रहे थे..ऐसे मे गाय औऱ गंगा का सहारा लेकर अच्छे लड़कों की जोड़ी ने उनके हिंदुत्व के एजेंडे में सीधे तौर पर चोट करने की कोशिश की, हालांकि कोशिश में कितनी कामयाबी मिलेगी यह तो 11 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन इतना तय हो गया है कि इस लंबी चुनावी प्रक्रिया मे अंतिम दौर मे आते आते मुद्दे गायब हो गये औऱ जुमले हावी हो गये..!