कहते हैं प्यार और जंग में सब कुछ जायज़ है. इसकी एक बानगी यूपी के पीलीभीत में भी नज़र आई. जहाँ अपने प्यार को पाने के लिए नैना ‘त्रिपाठी’ से ‘बेगम’ बन गई. यही नही नैना ने इसके लिए एक फर्जी आधार कार्ड तक बनवा लिए. लेकिन इस बीच नैना के ‘त्रिपाठी’ से ‘बेगम’ बनने के पीछे के इस राज़ से जल्दी ही पर्दा उठ गया.
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ये है पूरा मामला-
- देश में भले ही हिन्दू-मुस्लिम या शिया-सुन्नी जिसकी कट्टरता देखने को मिलती हो.
- लेकिन प्यार जात पात धर्म या मज़हब नही देखता.
- कुछ ऐसा ही मामला यूपी के पीलीभीत के नौगवां पकड़िया गांव में नज़र आया.
- दरअसल इस गाँव की निवासी नैना त्रिपाटी को लखीमपुर खीरी के एक अन्य समुदाय के लड़के से प्रेम हो गया.
- ऐसे में नैना इस लड़के से शादी करना चाहती थी.
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- लेकिन इस शादी की राह में नैना का सरनेम कहीं न कहीं रोड़ा बन रहा था.
- जिसके चलते नैना ने अपना फर्जी आधार कार्ड बनवा लिया.
- जिसके बाद इस आधार कार्ड के आधार पर समुदाय के युवक से शादी कर ली.
- इस दौरान नैना ने अपनी शादी की मान्यता हासिल करने के लिए कोर्ट में वाद डाल दिया.
- ऐसे में हिंदू संगठन से जुड़े लखीमपुर के एक अधिवक्ता नैना के इस फर्जीवाड़े की भनक लग गई.
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- जिसके चलते अधिवक्ता ने नैना के आधार कार्ड नंबर की इंटरनेट पर जांच की.
- जिसमें नैना का असली नाम निकल कर सामने आया.
- जिसके बाद अधिवक्ता ने नैना के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है.
- मामले की जांच को लेकर लखीमपुर खीरी के फूल बिहड़ा थाने के दारोगा टीम के साथ सुनगढ़ी थाना पहुंचे.
- पुलिस का कहना है कि फर्जी आधार कार्ड कैसे बना इस बात का पता लगाया जाएगा.
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