उत्तर प्रदेश के हरदोई जिला में रेलवे स्टेशन के पास माल गोदाम में खड़ी मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। गाड़ी पर चड़ते ही युवक एचटी लाइन की चपटे में आ जाने से उसकी मौत हो गई। इस बात की सूचना जैसे ही अधिकारियों को मिली पूरे महकमे में हड़कंप मच गया। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
दिनदहाड़े हुई इस घटना जे बाद गुस्साए लोगों ने रेलवे ट्रैक पर जाम लगाकर जीआरपी और आरपीएफ के पुलिस कर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ट्रैक पर जाम लगने की सूचना जैसे ही जिला प्रशासन के आलाधिकारियों को मिली तो आनन-फानन में कई थानों की फोर्स और पीएसी बल मौके पर पहुंच गई, जिसके बाद दोषी पुलिस कर्मियों के ऊपर कार्यवाही आश्वासन देकर आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत कराया गया।
सीओ सिटी विजय सिंह राणा, नगर मजिस्ट्रेट वन्दिता श्रीवास्तव एसडीएम राकेश गुप्ता सहित कई थानों की फोर्स और पीएसी बल मौके पर पहुंची और लोगों को हटाने का प्रयास करने लगी। लेकिन लोग हटने का नाम नहीं ले रहे थे। शव रखकर प्रदर्शन कर रहे थे। घरवालों की मांग थी कि जीआरपी और आरपीएफ के दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल निलम्बित किया जाए।
जानकारी के मुताबिक, वहीं पर रहने वाला अजीत गुप्ता (18) अपने दोस्तों के साथ गिल्ली डंडा खेल रहा था। इसी बीच गिल्ली खड़ी मालगाड़ी के ऊपर जाकर गिरी, जिसको अजीत उतारने के लिए मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। मगर उसको नहीं पता था कि मालगाड़ी के ऊपर से निकली हाईटेंशन लाइन में उसकी मौत दौड़ रही है। जैसे ही वो गाड़ी पर ऊपर चढ़ा वैसे ही वो लाइन की चपेट में आकर जलने लगा।
वहीं, मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई की सांसे चल रही थी, जिसको लेकर वो दौड़ता हुआ जीआरपी थाने गया सूचना देने की लाइन बंद करवा दीजिये, लेकिन उसकी किसी ने कोई नहीं सुनी। ऐसे में वो दौड़ते हुए आरपीएफ पोस्ट पर गया सूचना देने मगर किसी ने भी मामले को संज्ञान में नहीं लिया।
मगर जब आरपीएफ पुलिस हरकत में आई तब तक अजीत की मृत्यु हो चुकी थी, जिस कारण घटनास्थल पर इक्कट्ठा लोगों ने जीआरपी और आरपीएफ पुलिस के पुलिसकर्मियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी और रेलवे ट्रैक पर लोहे के खंबों को रखकर जाम लगा दिया। हालांकि इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। बच्चे मालगोदाम में खेलने जाने से डरने लगे हैं।