उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के मुसाफिरखाना कोतवाली के अंतर्गत ग्राम सभा कस्थुनी पूरब में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक व्यक्ति अपने घर की छत पर काम कर रहा था. इस दौरान वह छत के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार के संपर्क में आ गया और उसे बिजली का जोरदार झटका लगा. जिससे वह बेहोश होकर छत से नीचे गिर पड़ा. उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगो ने बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को दे दी गई है ।
क्या है मामला:
मिली जानकारी के अनुसार हुबराज गौतम(32 वर्ष) पुत्र मड़ई आज सुबह लगभग 6:30 बजे अपने घर की छत पर निर्माण कार्य कर रहा था. इस दौरान वह छत के ऊपर से गुजर रहे बिजली के तार के संपर्क में आ गया और उसे बिजली का जोरदार झटका लगा. जिसके बाद वह बेहोश होकर वहीं छत से नीचे गिर पड़ा.
बताया जा रहा है कि ज़मीन पर गिरने के दौरान वह वहां पड़े ईंट से टकरा गया. जिससे उसके सिर पर गंभीर चोट लगने से खून बहने लगा. वहीं आनन-फानन में परिजनों ने निजी वाहन से घायल हुबराज को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया ।
ग्राम प्रधान ने बताया:
ग्राम प्रधान कस्थूनी पूरब शिवांशु प्रताप सिंह ने बताया कि मृतक के चार बच्चे अंजना(13 वर्ष), संजना(10वर्ष), अमित(8वर्ष) और सुमित है ।
हुबराज गौतम को प्रधान मंत्री आवास मिला था. मृतक अपने अर्ध निर्मित घर की छत पर कुछ काम कर रहा था, इस दौरान वो करंट की चपेट में आ गया।
विद्युत विभाग की लापरवाही अभी भी बड़े हादसे को दे रही न्योता:
ग्रामीणों ने बताया कि बिजली विभाग के घोर लापरवाही के कारण कस्थुनी पूरब गाँव के लगभग दर्जन भर घरों के ऊपर से बिजली का का तार गुजरा हुआ है.
जिसके कारण एक और बड़े हादसे की संभावना अभी भी बनी हुई है. बिजली आपूर्ति वाला पोल के बीच का तार ग्रामीणों की घरों की छतों के ऊपर बिल्कुल कम ऊंचाई पर झूलता है.
महीना पूरा होने पर बिजली विभाग को बिजली बिल का चिंता होने लगती है और बिल चुकाने में लेट होने पर विभाग के द्वारा कनेक्शन काट देने की धमकी उपभोक्ताओं को मिलने लगती हैं । लेकिन ग्रामीणों की चिंता विभाग शायद ही करता हैं.
वहीं ग्राम प्रधान शिवांशु प्रताप सिंह ने बताया कि गाँव के दर्जन भर घर की छत के ऊपर लटके तारों को लेकर कई बार विद्युत विभाग को सूचित किया गया, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण समस्या जस की तस है ।
चार बच्चों के सिर से उठा पिता का साया:
नियति की इच्छा के आगे इंसान की एक नहीं चलती. हुबराज गौतम के परिवार के साथ भी ऐसा हुआ. परिवार के मुखिया हुबराज अपने बच्चों के सिर पर छत देने के लिए प्रयासरत था लेकिन अब वह दुनिया छोड़ गया गांव में मातम का माहौल है।