उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बरसठी क्षेत्र में लगे नव दिन मां दुर्गा की पूजा के बाद मूर्ति विसर्जन के दौरान 31 वर्षीय युवक की तालाब में डूबने से मौत हो गयी। जिससे परिजनों सहित पूरे गांव व क्षेत्र मातम छा गया।
नदी में दुर्गा विसर्जित करने गये युवक को नहीं आती थी तैराकी:
बता दें कि रमेश कुमार पुत्र मेवा लाल साथियों के साथ गहली के ककरहिया तालाब में गांव की दुर्गा के विसर्जन के लिए गया हुआ था ।
वह मूर्ति को बीच तालाब में विसर्जित करने के लिए तालाब में मूर्ति लेकर गया। साथ के लोग मूर्ति विसर्जित कर रहे थे।
वहीं रमेश तैरना नही जानता था। कब रमेश डूब गया कोई देख ही नही पाया। सब लोग जब नहा धोकर निकले तो रमेश को न पाकर खोज बिन करने लगे।
त्योहार में छाया गाँव में मातम:
कुछ लोग घर आकर पता किये रमेश घर भी नही आया था। तब साथियों और परिजनों को शंका हुई।
फिर काफी संख्या में गांव के लोग तालाब पर पुनः गये. कुछ साहसी लोग तालाब में रमेश को खोजने के लिए उतरे तो काफी देर बाद गहरे पानी मे रमेश की लाश मिली।
शव के पानी से बाहर आते कोहराम मच गया। परिजन शव को घर ले आये। घटना की सूचना पाकर तुरंत थाना प्रभारी नरेंद्र प्रसाद मौके पर पहुंच कर शव का पंच नामा कराकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
इसके पूर्व मूर्ति विसर्जन के दौरान कुसा गांव की एक सात वर्षीया मासूम की ट्रैक्टर से कुचलकर मौत हो गयी जबकि उसकी छोटी बहन बुरी तरह से घायल हो गयी थी, जिसका इलाज चल रहा है।
क्षेत्र में घटी इस दोनों घटनाओं से दशहरा की खुशी मातम में बदल गयी।