राजधानी लखनऊ में ताबड़तोड़ हो रही हत्या की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सरोजनीनगर से गोमतीनगर तक (करीब 25 किलोमीटर) चलकर मुठभेड़ में अपराधी को ढ़ेर करने वाले सुपरकॉप के गढ़ में पिछले दिनों एक महिला की घर में घुसकर गला रेत कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना का पुलिस ने खुलासा भी नहीं कर पाया था कि एक युवक की फिर इसी इलाके में गला काटकर हत्या की वारदात ने पुलिस के होश उड़ा दिए हैं। फ़िलहाल सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने परिजनों की तहरीर के आधार पर हत्या का अभियोग पंजीकृत कर मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 9:00 बजे सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में एक युवक का शव खून से लथपथ पड़ा होने की सूचना मिली थी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव कब्जे में लिया। युवक की गला काटकर हत्या की गई थी। मृतक के गले पर धारदार हथियार से कटे होने के निशान थे। घटना स्थल हुल्ली खेड़ा पिपरसंड मोड़ के पास मृतक के पास ही एक चापड़ पड़ा हुआ था। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार कब्जे में ले लिया। थाना प्रभारी ने बताया कि मृतक की पहचान श्यामबाबू रावत (40) के रूप में हुई है। मृतक बंथरा के पहाड़पुर मजरा के हिंदूखेड़ा गांव का रहने वाला है। फिलहाल पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का अभियोग पंजीकृत कर हत्यारों को तलाश शुरू कर दी है।
इससे पहले भी सरोजनीनगर में हो चुकी हत्याएं
गौरतलब है कि थाना क्षेत्र के त्रिमूर्तिनगर में रहने वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला लूसी सिंह की पिछले माह 25 नवंबर 2017 को सिर कूचकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के 20 दिन के भीतर थाना क्षेत्र के नाटकुट गांव में रहने वाले कमल किशोर की पत्नी पूनम (32) की हत्या ने सबके होश उड़ा दिए थे। बता दें कि भले ही लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार कानून-वयस्था दुरुस्त होने के तमाम दावे करते हों, लेकिन शहर में हो रहे अपराधों पर रोकथाम नहीं लग रही है। बेख़ौफ़ हो चुके बदमाश लगातार पुलिस को चुनौती देकर सिरदर्द बने हुए हैं।