शिव शम्भू की नगरी काशी में स्थित महा शमशान मणिकर्णिका घाट देश के टॉप टेन आइकोनिक स्थलों में शामिल हो गया है. आगरा का ताजमहल राज्य का पहला चयनित स्थल था जिसे प्रधानमंत्री ने संरक्षित करने की पहल की थी. अब इस पहल के बाद यहाँ कई योजनायें शुरू की जाएँगी जिससे घाट का सूरत तो बदलेगा पर परम्पराएँ नहीं.
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मणिकर्णिका काशी के 5 तीर्थ स्थलों में से एक है.[/penci_blockquote]
वाराणसी में मौत पा कर मोक्ष प्राप्त करने की सभी की इच्छा होती है. अधिकतर लोग वाराणसी में मौत की और गंगा किनारे मणिकर्णिका घाट पर अंतिम क्रिया कराए जाने की दुआ करते हैं. अक्सर लोग अपनी परिजनों का सिर्फ अंतिम संस्कार करने के लिए ही काशी के कर आते हैं. इतनी पावन है शम्भू की नगरी.
मणिकर्णिका घाट को ना सिर्फ सुन्दर व स्वच्छ बनाया जा रहा है बल्कि इसे अब प्रदूषण रहित करने की पहल भी की जा चुकी है. घाट पर मोक्ष द्वार और चिम्नीयुक्त शवदाह स्ट्रक्चर का निर्माण हो चुका है. इसका फायदा यह हुआ है की अब शवयात्रियों को राख और धुएं से छुटकारा मिल गया है.
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]कोल इंडिया ने भी 72 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है[/penci_blockquote]
मणिकर्णिका घाट को आइकोनिक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए योजना की रूपरेखा पर शुक्रवार को परिचर्चा हुई. इसमें भाजपा के प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा ने कहा की, “काशी में मूर्त अमूर्त धरोहरों को संरक्षित करने की योजना पर केंद्र से लेकर राज्य सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. आने वाले दिनों में कोल इंडिया ने भी 72 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिस पर जल्द काम शुरू होगा.
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]मणिकर्णिका घाट के लिए नये एप्लीकेशन का हो चुका है निर्माण [/penci_blockquote]
विकास कार्यों का प्रतिनिधित्व कर रहे सीआर पाटिल ने कहा की, “मणिकर्णिका घाट बदलते बनारस प्रतिबिम्ब है.” इन्होने यह भी बताया की आने वाले दिनों में दूसरे घाट भी संरक्षित किये जायेंगे.
इस घाट के लिए नये एप्लीकेशन का निर्माण हो चुका जिसकी सहायता से अब दुनिया में कहीं भी बैठ कर अपनों का अंतिम संस्कार देख सकेंगे. इसके लिए मॉडर्न कण्ट्रोल रूम भी बनाया जायेगा.
घाट के लिए शवदाह के लिए 16 नये प्लेटफार्म बनेंगे. और आने वाले 6 महीनो में बदलाव देखने को मिलेंगे.
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