- नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद इस गांव को जिले के सांसद व रेल राज्यमंत्री ने बकायदा गोद लिया
- विकास की गंगा बहाने का ग्रामीणों से पूरजोर वादा किया। लेकिन आज इस आदर्श गांव में कितना विकास की गंगा बह रही है ग्रामीण खुद बयां कर रहे है।
- गाजीपुर के दुल्लहपुर थाना इलाके के शंकर सिंह दुल्लहपुर को तकरीबन डेढ़ साल पहले आदर्श गांव के रूप में चयनित किया गया था।
- लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी घोषित आदर्श गांव में अबतक काम के नाम पर गांव को 72 सोलर लाइट, 5 स्ट्रिट लाइट
- प्राथमिक विद्यालय
- पंचायत भवन के प्रांगण में शुद्ध पानी पीने के लिए यूवीआई द्वारा आरओ प्लांट लगाया गया है। लेकिन उससे भी शुद्ध पानी नहीं मिलता है।
- साथ ही विकास के नाम पर दुल्लहपुर रेलवे स्टेशन को मॉडिफाई किया जा रहा है जिसका काम चल रहा है
- तो वहीं वाईफाई से जोड़ने के लिए ग्राम पंचायत के भवन के ऑफिस और वाईफाई का टावर तो लगा दिया गया है।
- ऑफिस में इंटरनेट तो काम कर रहा है।
- लेकिन धरातल पर वाईफाई कनेक्शन कही दिखाई नहीं दे रहा है।
- शंकर सिंह दुल्लहपुर गांव को आदर्श गांव के रूप में चयनित करने के बाद सांसद व रेल राज्यमंत्री पहली बार दुल्लहपुर गांव में पहुंच कर जनता को संबोधित करते हुए कहा था
- कि शंकर सिंह दुल्लहपुर गांव देश का पहला आदर्श गांव होगा।
- जिसके लिए जनता से बकायदा सहयोग की अपील भी की थी।
- उस दौरान उन्होंने कहा था कि दुल्लहपुर गांव की प्रतिद्वन्दिता एक मजबूत शख्सियत से की है
- जो देश के प्रधानमंत्री के गांव वाराणसी के जयापुर से टक्कर है।
- उनके गांव से भी अच्छा ये गांव आदर्श गांव बनाने के लिए सहयोग की अपील की।
- जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत सभी सांसदों के एक गांव चुनना था।
- और उस गांव का चहुमुखी विकास कर गांधी जी के सपने को साकार करने का संकल्प लिया गया था।
- जिसके तहत गाजीपुर के सांसद व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने शंकर सिंह दुल्लहपुर गांव को डेढ़ साल पहले आदर्श गांव घोषित करते हुए गोद लिया था।
- जिसके बाद ग्रामीणों में काफी उम्मीदें जगी थी कि अब गांव का चौमुखी विकास होगा।
- लेकिन उनका संजोया गया सपना चकनाचुर होता साबित हो रहा है।
- वहीं गांव के पूर्व प्रधान व प्रधान पति हरिओम मद्देशिया ने बताया कि आदर्श गांव घोषित होने के डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी इस गांव में विकास की किरणें दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रही है।
- आलम यह है कि गांव की बदहाल सड़कें, जर्जर विद्युत तार व जालीदार विद्युत कनेक्शन खुद वयां कर रहे है कि इस आदर्श गांव में कितना विकास हुआ है।
- विकास के नाम पर 72 सोलर लाइट जो गांव के सड़को पर लगायी गई है।
- और इंटरनेट के माध्यम से वाईफाई कनेक्शन का विस्तार किया गया है। लेकिन इंटरनेट तो कारगर साबित हुआ
- और वाईफाई कनेक्शन अभी तक पूरी तरह से धरातल पर दिखाई नहीं दे रहा है।
- उन्होंने ये भी बताया कि पंचायत भवन व प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में एक आरओ प्लांट लगाया गया है
- और रेलवे से संबंधित विकासकार्यों के अलावा बाकी शेष योजनाओं का कार्य कागजों में ही चल रहा है।
- उन्होंने बताया कि एएनएम सेंटर, आंगनबाड़ी सेंटर, मीडिल स्कूल, पानी टंकी और नाली खडंजा की मांग की गई थी लेकिन आज तक कोई कार्य पूर्ण नहीं हुआ है।
- यहां तक कि इस आदर्श गांव में सौ मीटर सीसी रोड भी नहीं बना।
- इतना ही से आप अंदाजा लगा सकते है कि सांसद द्वारा गोद लिए गांव में कितना विकास कार्य हुआ है।
- वहीं ग्रामीणों की माने तो इस आदर्श गांव में विकास के नाम पर महज सोलर लाइट, स्ट्रिट लाइट, पंचायत भवन में इंटरनेट और आरओ प्लाट लगाया गया है।
- लेकिन नाली खड़ंजा जैसे पहले था वैसे आज भी है।
- ग्रामीण अनिल पाण्डेय ने बताया की जबसे बीजेपी की सरकार बनी है और मनोज सिन्हा रेल राज्यमंत्री हुए
- तो दुल्लहपुर शंकर सिंह गांव को गोद लेकर विकास की गंगा बहाने का काम किया।
- जिसके तहत जर्जर रेलवे स्टेशन की कायाकल्प करते हुए कई ट्रेनों का संचालन सहित प्लेट फार्म के सुंदरीकरण का कार्य भी शुरू किया।
- इतना ही नहीं यह ग्रामीण क्षेत्र के गांव दुल्लहपुर शंकर सिंह गांव के किसानों के लिए इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध करायी
- जिसके जरिए गांव के किसान अपने खेतों सहित सभी जानकारी इंटरनेट के माध्यम से गांव में ही उपलब्ध हो सके।
- इसके अलावा गांव के लोगों को स्वच्छ पानी के लिए आरओ प्लांट लगाया गया है।
दुल्लहपुर शंकर सिंह गांव को गोद लेने के दौरान क्या कहा था सांसद और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने
- गाजीपुर के जखनियां तहसील के दुल्लहपुर शंकरसिंह गांव को सांसद आदर्श गांव के रूप में सांसद व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने गोद लिया है।
- गोद लिए जाने की घोषणा के बाद रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा दुल्लहपुर शंकरसिंह गांव में पहली बार आगमन होने पर गांव वासियों ने जोरदार स्वागत किया था
- और ग्रामीणों ने आदर्श गांव बनाने का संकल्प भी लिया था।
- इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा था कि महात्मा गांधी की ग्राम स्वाराज्य अवधारणा से प्रेरित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आदर्श गांव योजना के तहत देश के तमाम गांवों का काया कल्प किया जायेगा।
- उन्होने योजना के तहत चयनित दुल्लहपुर शंकरसिंह गांव के विकास और बुनियादी सुविधाओं को लेकर लगातार प्रयास का दावा किया था ।
- वहीं उन्होंने दुल्हपुर को गोद लेने के बारे में बताया था कि मैने साथियों के साथ बैठक कर तय किया और ये गांव सांसद ग्राम योजना में फिट बैठा।
- वहीं उन्होंने उस वक्त नंबर वन आदर्श गांव बनाने के लिए गांव वासियों को जोर दिया था
- कि थाने में कोई मुकदमा नहीं होगा। और आपसी सौहार्द से किसी भी समस्या को निपटाएगें
- वहीं उन्होंने कहा था कि दुल्लहपुर गांव में संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी।
- उन्होंने दुल्लहपुर गांव में 24 घंटे बिजली व्यवस्था की बात कही थी ।
- और युवाओं को कौशल विकास के तहत प्रशिक्षण देकर योग्य बनाना और महिलाओं को सम्मान को बरकरार रखने की नसीहत दी थी ।
- ये भी कहा था कि इस गॉव की टक्कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वाराणसी के जयापुर गॉव से करना है।
- मैने एक मजबूत शख्सियत से टक्कर लेने की कोशिश की है।
- मेरी सोच है मेरा दुल्लहपुर आदर्श गॉव भारत में पहला स्थान पर रहे।
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