2019 के लोकसभा चुनावों का अभी ऐलान नहीं हुआ है लेकिन फिर भी राजनैतिक दलों में भगदड़ शुरू हो गयी है। खुद को या अपने चाहने वाले को लोकसभा चुनाव में टिकट न मिलता देख कर कई नेता पार्टी बदल लेते हैं नहीं तो बदलने के बारे में सोचने लगते है। ऐसे दलबदलू अंत में जाकर न अपने दल के हो पाते हैं न ही दूसरी पार्टी उन्हें शामिल करती है। इस बीच यूपी में भाजपा के कई कद्दावर नेताओं ने एक साथ अपने समर्थकों संग बीजेपी से इस्तीफा देते हुए समाजवादी पार्टी को ज्वाइन कर लिया है।
कई भाजपा नेताओं ने ज्वाइन की सपा :
लोकसभा चुनावों के पहले समाजवादी पार्टी ने बीजेपी में बड़ी सेंध लगाई है। बीजेपी को झटका देते हुए फर्रुखाबाद में सपा ने उनके 44 बूथ अध्यक्ष और ग्राम प्रधानों को पार्टी में शामिल कर लेने का दावा किया है जिसके बाद बीजेपी में हडकंप मचा हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इन नेताओं की बीजेपी से बगावत की मुख्य वजह पार्टी में इनकी सुनवाई न होना था जिसके चलते इन नेताओं ने अब सपा का दामन थाम लिया है।
अखिलेश ने शुरू की तैयारी :
उत्तर प्रदेश में भी भाजपा के विजय रथ को लोकसभा चुनावों में रोकने के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत के साथ काम कर रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर संगठन में सभी को जिम्मेदारी देना शुरू कर दिया है। इसके अलावा बसपा से गठबंधन के बाद सपा ने अपने प्रत्याशियों के नाम पर मंथन करना शुरू कर दिया है।
अखिलेश यादव का कहना है कि 2019 में क्षेत्रीय दल मिलकर भाजपा को केंद्र की सत्ता में जाने से रोकने का काम करेंगे। अखिलेश का दावा है कि उपचुनावों जैसा नतीजा ही लोकसभा चुनावों में देखने को मिलेगा।