2019 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों के लिए बसपा मुखिया मायावती ने कमान अपने हाथों में ले ली है। बसपा प्रमुख मायावती लगातार संगठन की बैठकें कर रही है और पार्टी पदाधिकारियों को निर्देश दे रही हैं। इसके अलावा बीते कई दिनों में बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी के कई बड़े नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाने के साथ ही पुराने बसपाइयों की पार्टी में वापसी कराई है। इसी क्रम में पूर्वांचल के एक और बड़े नेता ने बसपा में वापसी की है जिनके लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चाएँ हैं।
बसपा में शुरू है सफाई अभियान :
बीएसपी प्रमुख मायावती के निर्देश पर संगठन में राष्ट्रीय स्तर से लेकर स्थानीय स्तर तक बदलाव की शुरुआत हो चुकी है। रामअचल राजभर को राष्ट्रीय महासचिव और कई प्रदेशों का प्रभारी बनाया गया है। इसके साथ ही पहली बार दो राष्ट्रीय को-ऑर्डीनेटर भी बनाए गए हैं। सुलतानपुर में कई नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। मायावती ने सख्ती से निर्देश दिए हैं कि जल्द निष्क्रिय नेताओं की लिस्ट तैयार कर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए। मायावती के आदेश के बाद सभी 75 जिलों की लिस्ट तैयार की जा रही है। जल्द ही ये लिस्ट जारी कर नेताओं को बाहर किया जा सकता है।
पुराने बसपाइयों की हुई वापसी :
बसपा से निष्क्रिय नेताओं को हटाने के साथ पार्टी से दूर हो चुके कई पुराने बसपाइयों को फिर से जोड़ने में जुट गई है। इसी कड़ी में देवरिया के पूर्व सांसद गोरख जायसवाल को फिर से पार्टी में शामिल किया गया है। जोनल इंचार्ज घनश्याम खरवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बीएसपी प्रमुख मायावती के निर्देश पर ही बरहज विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके मुरली मनोहर जायसवाल, श्याम मनोहर जायसवाल और प्रीतम जायसवाल को भी दोबारा पार्टी में शामिल किया गया है।