उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में डेंगू की चपेट में आने से थानेदार सहित कई पुलिस वाले बीमार हो गए हैं। इन सभी को इलाज के लिए नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, डेंगू के शिकार हुए थानाध्यक्ष आदमपुर राजीव सिंह को निरंतर प्लेटलेट्स गिरने के कारण गंभीर अवस्था में टैगोर टाऊन अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहाँ पर उनकी स्थिति सीरीयस बनी हुई है।
एकसाथ कई पुलिसकर्मी आये डेंगू की चपेट में :
इसके साथ ही आदमपुर चौकी इंचार्ज जयदीप सिंह, एसआई सुरेश पांडेय, एसआई प्रमोद यादव सहित आठ पुलिसकर्मी भी डेंगू की चपेट में आये है जिनका अलग-अलग हॉस्पिटलो में इलाज चल रहा है। आदमपुर थानाध्यक्ष राजीव सिंह सहित सभी डेंगू पीड़ित मरीज जिले के विभिन्न निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में गन्दगी का अम्बार लग चुका है।
मच्छरों से बचाव के लिये कारगर रोकथाम के बजाय नगर निगम महज कागजी खानापूर्ति कर रहा है जिसका असर इस साल अचानक बढ़े डेंगू के मामलों से साफ दिखाई दे रहा है। बीते दिनों इसी क्षेत्र के पौराणिक धनेसरा तालाब में गन्दगी से उठी दुर्गन्ध से लाटभैरव रामलीला के पात्र राम, लक्ष्मण, भरत, शत्रुध्न व जानकी को उल्टी होने के साथ ही तबियत बिगड़ गई थी जिससे नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग की काफी छीछालेदर हुई थी।
क्षेत्र में लगा गंदगी का अंबार :
मौके की नजाकत को देखते हुए तुरंत रामलीला रोक देनी पड़ी थी और नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों ने समय रहते सफाई का आश्वासन दिया था लेकिन इसके बाद भी आज तक गंदगी जस की तस बनी हुई है। अब एक बार फिर क्षेत्र में डेंगू ने दस्तक दे दिया है। जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की उदासीनता के चलते शहर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिसके चलते आने को संक्रामक बीमारियों के लोग शिकार हो रहे हैं।
अपनी जान भी गंवा रहे हैं लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग कुंभकर्ण की निद्रा में सो रहा है। जिले के प्रबुद्ध जनों ने प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि समय रहते जनपद की चौपट हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था को दुरुस्त करने में जिम्मेदार अधिकारियों की नकेल कसे।
[penci_related_posts taxonomies=”undefined” title=”संबंधित खबरें” background=”” border=”” thumbright=”no” number=”4″ style=”grid” align=”none” displayby=”up_news_categories” orderby=”random”]