समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के गठन के बाद शिवपाल यादव जहां अपनी नई राजनीतिक पारी खेलने को तैयार हैं वहीं रिश्तों में आयी खटास से वह अभी भी खुद को आहत महसूस कर रहे हैं। उनसे बातचीत में ये साफ तौर पर झलकता है। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और अपने भतीजे अखिलेश यादव का नाम लिये बगैर वह कहते हैं कि जिसे पाला पोसा, पढ़ा लिखाकर बड़ा किया, शादी कराई उसने ही अपमानित किया। इसके साथ ही शिवपाल यादव अब आक्रामक हो गए हैं और यूपी की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहेहैं। इसी क्रम में अब उनके मोर्चे के साथ राजनैतिक दलों का जुड़ना शुरू हो गया है।
शिवपाल ने बनाया सेक्युलर मोर्चा :
समाजवादी सेक्युलर मोर्चा बनाकर शिवपाल यादव काफी आक्रमक रुख दिखा रहे हैं। वे लगातार जिलों का दौरा कर अपने समर्थकों को एकजुट कर रहे हैं। इसके अलावा वे पुराने सपा नेताओं से मिल रहे हैं और उन्हें सेक्युलर मोर्चा ज्वाइन करा रहे हैं। शिवपाल यादव का कहना है कि उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर सेक्युलर मोर्चा प्रत्याशी उतारेगा। इसके अलावा उन्होंने मुलायम सिंह यादव को यूपी की मैनपुरी सीट से सेक्युलर मोर्चे के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है जिस पर मुलायम की अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आयी है।
मोर्चे से जुड़ रहे कई छोटे दल :
शिवपाल यादव ने बताया कि वैसे तो वह सर्वसमाज को मोर्चे से जोड़ रहे हैं लेकिन उनका फोकस पिछड़ों और मुसलमानों पर ज्यादा है। उन्होंने दावा किया कि मोर्चे में अभी तक 22 छोटे और मझोले दल शामिल हो चुके हैं। इसके अलावा कई जातियों के संगठन भी शामिल हो रहे हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। शिवपाल ने बातचीत में दावा किया कि मोर्चे के गठन से पहले और बाद में भी नेताजी से कई बार मुलाकात हुई है। नेताजी का आर्शीवाद उनके साथ है।