अब अगर आपको शादी करने के लिए मैरिज हॉल नहीं मिल रहे हैं तो आप को चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है क्योंकि अब आप उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों ( Marriage Ceremony ) को भी शादी के लिए बुक करा सकते हैं। जी हाँ पिछले कुछ दिनों से ऐसा ही कुछ हो रहा अखिलेश सरकार के शासन काल में, जहाँ मरीजों की तकलीफों का ध्यान न रखते हुये अस्पताल प्रशासन अस्पतालों में शादियाँ करवा रहा है।

अस्पताल में शादी समारोह (Marriage Ceremony)

  • हाल में ही बुलन्दशहर के एक सरकारी अस्पताल में मरीजों के इलाज की जगह अस्पताल के एक कर्मचारी की बेटी की शादी करवायी गयी।
  • उसके बाद आज CM अखिलेश यादव के गृह नगर सैफई के एक सरकारी अस्पताल में एक और शादी का आयोजन किया गया।

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  • इस बार शादी अस्पताल परिसर में बने मंदिर के पुजारी की बेटी की थी।
  • सारे नियम और कानून को ताख पर रखते हुये अस्पताल में ही बैंड, बाजा और बारात का आयोजन करवाया।
  • इस शोर गुल से  अस्पताल में भर्ती मरीजों के साथ साथ उनके परिजनों को भी काफी परेशानियाँ उठानी पड़ी।

marriage in hospital

  • जब इस घटना के बारे में पीजीआई अस्पताल के निदेशक ब्रिगेडियर प्रभाकर से पूछा गया.
  • तो उन्होंने इसकी सफाई देते हुए कहा की शादी अस्पताल के गेस्ट हाउस में की गयी थी.
  • इससे अस्पताल में भर्ती किसी भी मरीज व उनके परिजनों को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हुयी।
  • अभी तक राज्य सरकार की तरफ से अस्पताल प्रशासन पर कोई करवाई नहीं की गयी है।
  • अस्पतालों में होती शादियों के बढ़ते चलन से मरीजों का हाल बेहाल है.
  • अखिलेश सरकार भी अपनी आँखे बन्द करे बैठी हुयी है।
  • ऐसे में अस्पताल में भर्ती मरीजों को होने वाली परेशानियों का जिम्मेदार कौन है?
  • हम उम्मीद करते हैं कि अखिलेश सरकार इस घटना का संज्ञान लेते हुये अस्पताल प्रशासन पर कठोर कार्यवाई करेगी.

 

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