कश्मीर के बडग़ाम में एमआइ-17 हेलीकॉप्टर के क्रेश होने पर शहीद हुए एयरमैन पंकज नौहवार की अंतिम यात्रा हजारों लोग मथुरा के जरेलिया गांव में उमड़ पड़े। यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे बाजना कट के समीप शहीद पंकज का अंतिम संस्कार किया जा रहा है। अंतिम संस्कार स्थल पर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए हैं। शहीद के घर आंगन में कहीं भी कदम रखने के लिए स्थान नहीं है। गलियों में लोग खड़े हुए हैं। श्रद्धांजलि देने के लिए सांसद हेमा मालिनी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, विधयाक श्याम सुंदर शर्मा, रालोद के उपाध्यक्ष जयंत चौधरी, एमएलसी संजय लाठर, ब्रज फाउंडेशन के संस्थापक विनीत नारायण, संयुक्त जाट आरक्षण समति के राष्ट्रीय अध्यक्ष एच पी सिंह परिहार समेत कई नेता शहीद का अंतिम विदाई देने के लिए पहुंच चुके हैं।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]युवाओं ने लगाए जोशीले नारे, निकाली तिरंगा रैली[/penci_blockquote]
शहीद पंकज नौहवार का गांव जरैलिया गुरुवार को देशभक्ति का गढ़ बन गया। एक तरफ शहीद के गांव में हो रहा रुदन दिल झकझोर रहा है। वहीं युद्ध के माहौल में युवाओं का जोश मानो कह रहा है कि इस दुख से वे टूटे नहीं हैं बल्कि देश पर मर मिटने वाले ऐसे हजारों और पंकज देने का दम रखते हैं। इस दौरान युवाओं की टोलियां ने पैदल और मोटरसाइकिल से बड़े शान से तिरंगा फहराते हुए रैलियां निकालीं। गांव को जाने वाले मार्ग को तिरंगे से पाट दिया गया तो वहीं कस्बा बाजना का बाजार भी शोक में पूरी तरह से बंद रहा। गांव में पहुंचे कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने शहीद के परिजनों को 25 लाख रुपये, शहीद का दर्जा और जमीन उपलब्ध होने पर पट्टा दिलवाने का एलान किया। उधर शहीद के गांव से अंतिम संस्कार स्थल तक शहीद की अंतिम यात्रा में जनसमुंद्र उमड़ पड़ा है। अंतिम संस्कार स्थल पर शहीद के पार्थिव शरीर के आने का इंतजार किया जा रहा है। युवा जोश चरम पर है। हाथ में तिरंगा झंडा लेकर शहीद की शाहदत की अमरता के नारे लगा रहे हैं। पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है। जुलूस के रूप में युवाओं की टोलियां सड़कों पर तिरंगा लहरा रही हैं। शहीद के परिवार की महिला, बालक सब खामोश हैं। दो दिन से उनका रो रो कर बुरा हाल है। उनकी आंखों के आंसू सूख गए हैं।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]करुण रुदन के बीच भारत माता के जयघोष[/penci_blockquote]
भारत माता की सेवा करते वक्त एक वीर सपूत शहीद हो गया लेकिन उस मां का क्या जो सदैव के लिए ही उजड़ गई। शहीद पंकज के घर यही स्थिति थी। बुधवार शाम जब से शहीद के परिवार को पंकज की शहादत की सूचना मिली तभी से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। गुरुवार शाम छह बजे वायुसेना का काफिला जब शहीद का पार्थिव शरीर लेकर पहुंचा तो एक ओर करुण रुदन से दिल बैठा जा रहा था तो दूसरी ओर भारत माता के जयघोष रुदन को गौरव का रूप भी दे रहे थे। गांव में गुरुवार सुबह से ही जमावड़ा हो गया था। पूरे गांव को तिरंगे से पाट दिया गया और बाजना कस्बे का बाजार बंद रखा गया। पूरा दिन इंतजार के बाद शाम को शहीद पंकज नौहवार का पार्थिव शरीर आगरा खेरिया हवाई अड्डे पर पहुंचा था। यहां ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर वायुसेना स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। यहां से पार्थिव देह को चॉपर द्वारा मथुरा के आर्मी हॉस्पिटल के लिए भेजा गया। आर्मी हॉस्पिटल से सड़क मार्ग से जरेलिया के लिए शहीद के पार्थिव शरीर को ले जाया गया।
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