वतन की रक्षा के लिए सरहद पर अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीदों के साथ सरकारें भेदभाव करती दिख रही हैं। यह हम नहीं बल्कि शहीद परिवारों का दर्द है। पिछले दिनों एक शहीद के परिवार को सरकार की तरफ से दिया गया चेक बैंक में बाउंस हो गया।
- वहीं ताजा मामला देवरिया जिले का है यहां शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री शहीद प्रेम सागर के घर गए थे।
- सीएम के दौरे की सूचना मिलते ही एक दिन पहले से ही अधिकारियों ने गांव में डेरा जमाये रखा था।
- जिस कमरे में शहीद के परिवार से सीएम को मिलना था उसमे बल्लियों के सहारे ऐसी लगवाई गई।
- लेकिन सीएम के जाने के महज आधे घंटे के भीतर ही अधिकारी ऐसी भी निकाल ले गए।
- इसके बाद से शहीद का परिवार योगी सरकार के अधिकारियों की निंदा कर रहा है।
पुंछ में शहीद हुए थे प्रेम सागर
- बता दें कि देवरिया जिले के टिकमपार गांव में रहने वाले शहीद प्रेम सागर पिछले दिनों एक मई को पुंछ में पाकिस्तानी आर्मी बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) भारतीय इलाके में 250 मीटर अंदर तक घुस आने के बाद पैट्रोलिंग पार्टी पर हुए हमले के दौरान शहीद हो गए थे।
- इस हमले में 200वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर और 22 सिख इन्फैंट्री के नायब सूबेदार परमजीत सिंह शहीद हो गए।
- शहीद के परिवार से मिलने 11 दिन बाद आदित्यनाथ योगी शुक्रवार को गए थे।
- यहां जिला प्रशासन ने योगी के दौरे के 24 घंटे पहले शहीद के घर को बहुत ही हाइटेक बना दिया।
- घरवालों का कहना है कि जिस कमरे में सीएम परिजन से मिले उस कमरे में एसी लगाया गया।
- पूरे घर के बाहर सोफे और कालीन बिछाए गए।
- लेकिन सीएम के जाने के बाद अधिकारियों ने यह सब हटा दिया।
- प्रशासन के इस रवैये से शहीद का परिवार निराश है।
4 लाख का चेक, 2 लाख रुपए की एफडी दी
- शहीद प्रेम सागर के बेटे ईश्वर चंद्र के अनुसार, सीएम ने उनके घर जाकर मुलाकात की।
- सीएम ने परिवार वालों को 4 लाख रुपये का चेक और 2 लाख रुपए की एफडी दी।
- उन्होंने बताया कि सीएम के पहुंचने से पहले प्रशासन ने मजदूरों की मदद से रात में घर के अंदर पेंट भी कर दिया था।
- गांव की सड़कें नालियां साफ करवाकर रातों-रात चमका दी गईं।
- सीएम शाम को 4:30 बजे शहीद के घर पहुंचे और हर सम्भव मदद का भरोसा दिलाया।
- लेकिन आधे घंटे तक सीएम के रहने के बाद सब ठीक था वह जैसे ही गए इसके बाद अधिकारी घर में लगाया गया सोफा, एसी, कालीन सब हटा ले गए।
- इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने अपने बयान में कहा कि शहीद के परिवार के साथ स्थानीय प्रशासन से हुई चूक की वह जांच कराएंगे।
- उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है, जो दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी।
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