मंगलवार को उत्तर प्रदेश बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा के दौरान सुबह की पाली में हाईस्कूल का अंग्रेजी प्रथम प्रश्नपत्र परीक्षा से दो घंटे पहले आउट हो गया। नगरा-भीमपुरा क्षेत्र में परीक्षा से दो घंटे पहले सुबह पांच बजे से ही प्रश्नपत्र कोड संख्या 817 (सीएल) की हल कार्बन कॉपी छात्रों को बेची थी। इस क्षेत्र में प्रश्नपत्र की हल कार्बन कॉपी 500 से 2000 रुपये में बेची जी रही थी।
परीक्षा के अधिकारिक प्रश्नपत्र कोड संख्या 817(सीएल) से बेची जा रही हल कार्बन कॉपी के करीब 80-90 फीसदी तक प्रश्न मिल रहें थें। इस बारे में डीआइआईओएस का कहना था कि परीक्षा से पहले हल कार्बन कॉपी बेचे जाने की बात पूरी तरह गलत है। इस तरह का कोई मामला प्रकाश में नहीं आया है।
मंगलवार को प्रथम पाली की परीक्षा के दौरान पेपर लीक की शिकायत से पूरा प्रशासनिक अमला हलकान रहा। इसकी सूचना पर उड़ाका दल क्षेत्र में पहुंचा, पर दल को छानबीन के वक्त कोई भी साक्ष्य हाथ नहीं लगा। डीआईओएस रमेश कुमार सिंह ने इस तरह के किसी मामले से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि कहीं से भी परीक्षा शुरू होने से पहले हाईस्कूल अंग्रेजी प्रथम प्रशभनपत्र की हल कार्बन कॉपी बिकने की सूचना नहीं है। यह मात्र नकल माफियाओं द्वारा फैलाई गई अफवाह है, जो कि पूरी तरह से निराधार है।
इस तरह की घटनाओं से साफ है कि प्रदेश में नकल माफियाओं का राज है, प्रशासनिक इंतजामों और सरकार के नकल विहिन परीक्षा के दावों के बावजूद नकल माफिया सक्रिय हैं। बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए, सरकार को इस दिशा में बेहतरी के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्कता है।