भारतीय जनता पार्टी के उन्नाव से सांसद साक्षी जी महाराज (brd hospital: sakshi maharaj) ने गोरखपुर में बच्चों की मौत को नर संहार बताया है। भजपा सांसद ने ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत होना बताया है।
काश! समय रहते उठाते कदम तो न जाती मासूमों की जान!
- उन्होंने यह भी कहा कि भुगतान न होने की वजह से ऑक्सीजन सिलेंडर की सप्लाई बंद की गई इसके चलते ये भयावह स्थित हुई।
- साक्षी जी महाराज ने कहा कि एक दो मौतें ही सामान्य होती हैं इतनी नहीं, ये नरसंहार है।
- उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की है।
मौत का कहर ऐसा कि पैर पकड़ कर रोने लगे परिजन!
क्या है पूरा मामला?
- बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज (बीआरडी) में ऑक्सीजन ना मिलने से 32 बच्चों सहित 50 लोगों की मौत हो गई।
- बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में मृतक मरीजों का विवरण इस प्रकार है।
- 7 अगस्त को एनआईसीयू में 4, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 3 मरीजों की मौत हुई।
- 8 अगस्त को एनआईसीयू में 7, एईएस से 3 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
- 9 अगस्त को एनआईसीयू में 6, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 1 मरीज की मौत हुई।
- 10 अगस्त को एनआईसीयू में 14 , एईएस से 3 और नॉन एईएस से 6 मरीजों की मौत हुई।
- 11 अगस्त को एनआईसीयू में 3, एईएस से 2 और नॉन एईएस से 2 मरीजों की मौत हुई।
रागिनी हत्याकांड में दो अन्य आरोपियों ने किया आत्मसमर्पण!
- इस प्रकार ऑक्सीजन की कमी के चलते बीआरडी मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग में 30 मासूमों की भेंट चढ़ गए।
- जिस पर पर्दा डालने की कोशिश की जा रही है।
Exclusive: ‘भ्रष्टाचार के मुंह ने डकार लिए 9.497 लाख रुपए!
गोरखपुर कांड पर राजनीति शुरू
- फिलहाल गोरखपुर कांड पर राजनीति शुरू हो गई है।
- विपक्षी पार्टियों के नेता गोरखपुर पहुंचे हैं।
- ये नेता वर्तमान सरकार को घेरने का प्रयास करेंगे।
- ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली संस्था की ओर से 63 लाख रुपये बकाये को लेकर बीआरडी प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया।
BRD मेडिकल कॉलेज में मरने वाले 30 बच्चों की संख्या घटकर 7 हुई!
- जिसके बाद भी प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की गयी।
- जिसके बाद भी संस्था की ओर से रोगियों के हितों को ध्यान हुए 4 से 5 दिन और ऑक्सीजन की सप्लाई की गयी।
- लेकिन इसके बावजूद भी बकाये का भुगतान न होने पर ऑक्सीजन सप्लाई आखिरकार बाधित हो गयी।
- जिसके (brd hospital: sakshi maharaj) बाद दर्जनों मासूम मौत के मुंह में समा गए।