फर्जी चिकित्सकों के नाम पर पंजीकरण करा कर चल रहे जनसेवा हॉस्पिटल में महिला होम्योपैथिक डॉक्टर के प्रसव कराने के बाद नवजात व प्रसूता की मौत हो गई। मृतका के पति ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए स्वास्थ्य विभाग व पुलिस से शिकायत की, लेकिन तत्काल मौके पर कोई नहीं पहुंचा। विवाद बढ़ता देख अस्पताल संचालिका व उसका पति फरार हो गए। प्रसव गुरुवार शाम को हुआ था। 18 घंटे बाद मौके पर पहुंचे सीएमओ ने जांच शुरू की और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीड़ित ने चिकित्सकों के खिलाफ तहरीर दी है।
पहले जमा करा लिए 10 हजार रुपये
जानकारी के मुताबिक, जहांगीराबाद ग्राम पारा खंदौली निवासी समता (28) को गुरुवार को प्रसव पीड़ा होने पर पति प्रवेश उसे सीएससी दवा लेकर पहुंचा। जहां पर उसका ऑपरेशन के लिए जिला महिला अस्पताल के ले जाने की सलाह चिकित्सकों ने दी। गर्भवती के पति का आरोप है कि आशा बहू वंदना ने उसे नार्मल प्रसव कराने के लिए शहर स्थित जनसेवा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। जहां पर डॉक्टर सुनीता पटेल ने प्रसूता से 10 हजार रुपये जमा कराने के बाद इलाज शुरू कर दिया। शाम 7:00 बजे प्रसव में कुछ देर बाद नवजात की मौत हो गई।
सीएमओ ने दिए जांच के आदेश
परिवारीजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया। घरवाले जब अस्पताल लौटे तो डॉक्टरों ने अधिक रक्तस्राव होने के कारण इलाज के लिए 20 हजार रुपये और जमा कराए। रात 9:00 बजे प्रसूता की मौत हो गई। विवाद बढ़ता देख महिला डॉक्टर पति के साथ थोड़ी देर में आने की बात कहते हुए चली गई। पति ने कोतवाली व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से शिकायत की। एसीएमओ डॉक्टर एस गौतम ने मामले की जांच की। सीएमओ डॉ रमेश चंद्र का कहना एक जन सेवा अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत होने पर सूचना एसीएमओ को जांच के लिए भेजा गया। जांच पूरी होने के बाद अस्पताल संचालक की लापरवाही मिली तो कार्यवाही की जाएगी।