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उत्तर प्रदेश के मथुरा में जवाहर बाग की सरकारी जमीन पर से अवैध कब्जा हटाने गई पुलिस टीम पर फायरिंग के बाद हुए बवाल में SP सिटी मुकुल द्विवेदी और एक SO संतोष कुमार यादव समेत 21 लोगों की मौत हो गयी। इसके साथ ही बवाल में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
https://www.youtube.com/watch?v=7ZTb82-luc4&feature=youtu.be
कौन है रामवृक्षः
- आरोपी रामवृक्ष यादव धार्मिक गुरु जय गुरुदेव का शिष्य रहा है, जय गुरुदेव की मौत के बाद उसने अपना गुट बनाया था
- जय गुरुदेव के निधन के बाद उनकी विरासत संभालने के लिए तीन गुटों पंकज यादव, उमाकांत तिवारी और रामवृक्ष यादव में टकराव हुआ।
- इस बीच पंकज यादव उत्तराधिकारी बना। 17 जून 2011 को रामवृक्ष के गुट ने जय गुरुदेव आश्रम पर हमला कर दिया, लेकिन उसे वापस लौटना पड़ा।
- रामवृक्ष यादव पर पहले से ही हत्या की कोशिश, जमीन कब्जा करने सहित आठ मुकदमे चल रहे हैं।
- उसने एक रुपए लीटर में पेट्रोल-डीजल देने, 12 रुपए तोला सोना और गोल्ड करंसी चलाने जैसी अजीब मांगें रखते हुए मध्य प्रदेश के सागर से 2014 में अभियान शुरू किया।
- ये कथित सत्याग्रही दिल्ली जाकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाले थे। लेकिन करीब पांच हजार लोग मथुरा के जवाहर बाग में 18 अप्रैल 2014 को जम गए।
तीन साल से धरने के नाम पर कब्ज़ा:
- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में जवाहर बाग में कुछ यूनियन के लोगों ने कब्ज़ा कर रखा है। गौरतलब है कि, यह कब्ज़ा कथित यूनियन ने तीन सालों से कर रखा है।
- कब्जे को खाली करने गयी पुलिस टीम पर वहां रह रहे लोगों ने अवैध असलहों से पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी, एसओ फरह संतोष कुमार समेत कई सिपाही घायल हो गए हैं।
एसएचओ की हुई मौत:
- जवाहर बाग में हो रही अतिक्रमणकारियों और पुलिस की मुठभेड़ में फरह एसएचओ संतोष कुमार की मौत हो गयी है।
- हमले में एसपी सिटी समेत कई सिपाही भी घायल हो गये थे। इसके बाद अतिक्रमणकारियों ने कलेक्ट्रेट पर कब्ज़ा कर लिया है।
एसपी सिटी की हुई मौत:
- जवाहर बाग हिंसा में घायल एसएचओ की मौत के बाद अब मथुरा एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी की भी मौत हो गयी है।
- जवाहर बाग के अतिक्रमणकारियों द्वारा की गयी फायरिंग में घायल एसएचओ संतोष कुमार की भी मौत हो गयी थी।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी मारे गए पुलिसकर्मियों को 20 लाख रुपये की मुआवजे की घोषणा की है।
निष्पक्ष जांच की उम्मीद बेईमानीः
- उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी इरादे जताते हुए मात्र 12 घण्टे में ही जवाहरबाग घटना की जांच कर रहें अधिकारी को बदल दिया है।
- सरकार ने ईमानदार छवि के आगरा कमिश्नर आईएएस प्रदीप भटनागर से जांच वापस ले ली गई है।
- अब अलीगढ़ के कमिश्नर चंद्रकांत को जवाहरबाग घटना की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- बताया जा रहा है कि प्रदीप भटनागर की छवि बेहद ईमानदार अफसर की रही हैं, और सरकार की मंशा दोषी अधिकारियों को बचाने की है जिसके कारण आगरा कमिश्नर से जांच वापस ली गई।
- अब सरकार से निष्पक्ष जांच की उम्मीद करना बेईमानी होगी।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के चुनाव हो रद्दः
- पुलिस सूत्रों के अनुसार, मथुरा के जवाहर बाग में हथियार बनाने वाले कारीगरों ने सालों से अवैध कब्जा कर रखा था।
- बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव नें कई अन्य प्रदेशों से इन कारीगरों को बुलाया हुआ था, इन लोगों ने जनवरी, 2014 से गैर कानूनी आंदोलन के नाम पर जवाहर बाग की जमीन पर कब्जा कर रखा था।
- इन लोगों की मांग है कि देश में होने वाले राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के चुनाव रद्द किये जाएं और 1 रूपये में 60 लीटर पेट्रोल और 40 लीटर डीजल मिलना चाहिए। रामवृक्ष का गुट ऐसी अजीब मांगों के साथ तीन साल से धरना-प्रदर्शन कर रहा था।
नेताजी के नाम पर हिंसा को बताया जायजः
- मालूम हो कि जयगुरूदेव की मौत के बाद रामवृक्ष का यह गुट अलग हुआ था रामवृक्ष देश में कट्टरपंथी विचारधारा का समर्थक है।
- नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नाम पर रामवृक्ष ने हिंसा को जायज बताते हुए करीब 4 हजार लोगों का ब्रेन वॉश किया हुआ था।
- उसने गरीब, मजदूर लोगों को बरगला कर अपने साथ लाया था। रामवृक्ष ने मांग रखी कि नेताजी के नाम पर करेंसी चलाई जाये।
जवाहर बाग में खुल गई हथियारों की फैक्ट्रीः
- पुलिस ने यहां से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि इन लोगों के छत्मतीसगढ़ और मध्य प्रदेश के तस्करों से कनेक्शन हैं।
- मथुरा हिंसा के बाद भारी संख्या में हथियार बरामद किए गए। 315 बोर के 45 हथियार और दो 12 बोर के हथियार बरामद किए गए। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 47 पिस्टल और पांच राइफल भी बरामद की।
- रामवृक्ष ने जवाहर बाग में हथियारों की फैक्ट्री खोल रखी थी, घटना स्थल से 100 से अधिक रायफल, बंदूकें और भारी मात्रा में जिंदा कारतूस बरामद हुए।
- यहां की फैक्ट्री से रायफल,SBBL और भारी संख्या में तमंचे भी मिलें और देशी बमों का जखीरा बरामद किया गया।
मांग के अनुसार नहीं मिली फोर्सः
- मथुरा के जवाहरबाग में अवैध कब्जे को लेकर शासन गंभीर नहीं दिखा। जिसके कारण पुलिस के दो जवान मौत की भेंट चढ़ गये और कई गंभीर रूप से घायल हो गयें।
- स्थानीय प्रशासन ने जवाहर बाग से अवैध कब्जा हटवाने के लिए से पुलिस बल के साथ पीएसी और अन्य सुरक्षा बल उपलब्ध कराये जाने को लेकर शासन को पत्र लिखा था, लेकिन शासन स्तर से केवल पीएसी की कुछ टुकड़िया ही उपलब्ध कराई गईं।
- जिला प्रशासन ने शासन से 5 एडीएम, 10 एसडीएम, 20 सीओ, 35 इंस्पेक्टर, 150 एसआई, 15 महिला एसआई, 1800 पुरूष कांस्टेबल और 200 महिला कांस्टेबल की मांग की थी।
- इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन ने 5 कंपनी पुरूष आरएसएफ, 2 कंपनी महिला आरएसएफ, 10 फायर टैंडर, 10 एंबलेंस, 2 बीडीएस टीम, 50 बस, 20 ट्रैक्टर, 4 जेसीबी, 3 क्रेन और 10 वीडियोग्राफर की मांग भी की थी।
गृहमंत्री ने की मदद की पेशकशः
- दूसरी तरफ केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से फोन पर बात कर मथुरा में हुई हिंसा पर चर्चा।
- गृहमंत्री ने जवाहर बाग की घटना पर चिंता जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री से पूरी घटना की जानकारी मांगी और कहा कि केन्द्र हर संभव मदद के लिए तैयार है।
कानून के तहत होगी कारवाई- एडीजीः
- सूबे के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी ने बताया कि ‘पुलिस ने जवाहर बाग से भारी मात्रा में कारतूस, राइफल और पिस्तौल बरामद किया गया है, यही नहीं घटनास्थल से ग्रेनेड और बारूद भी बरामद हुए हैं। एडीजी ने
- बताया प्रदर्शनकारी गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल थे। उन्होंने पुलिस के उकसावे के बिना ही उन पर गोलियां चला दी, उपद्रवियों के खिलाफ जांच रिपोर्ट आते ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने ये जानकारी भी दी कि पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले 200 लोगों की पहचान की गई है जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर उनके खिलाफ उचित कानूनी धारा के तहत कार्यवाही की जाएगी।
सरकारी जमीन पर कब्जा करके बैठा था संगठनः
- जानकारी के मुताबिक, जिले के जवाहर बाग इलाके में आजाद भारत विधिक वैचारिक सत्याग्रही नामक एक संगठन कब्जा जमाए हुए है।
- प्रशासन-पुलिस की टीम इस कब्जे को हटाने के लिए पहुंची थी. लेकिन अचानक टीम पर फायरिंग हो गई. इसमें SO फरह संतोष कुमार की मौत हो गई है।
जवाहर बाग में क्यों जमा थे उपद्रवीः
- इन कथित सत्याग्रहियों ने सरकारी जवाहर बाग पर कब्जा कर लिया। वहां आम, आंवला और बेर के बाग उजाड़ दिए। सरकारी बाग में 18 लाख रुपए का नुकसान पहुंचाया।
- उन्होंने सरकारी स्टोर पर कब्जा कर लिया। तीन लाख रुपए की बिजली का इस्तेमाल कर लिया और कई बोरिंग पर कब्जा जमा लिया। नालियां और वॉकिंग ट्रैक उखाड़कर वहां टॉयलेट बना लिए थे और रहने का इंतजाम भी कर लिया था।
- ये लोगों से जबरदस्ती जय हिंद-जय सुभाष का नारा लगवाते थे। जो ठीक से नारा नहीं लगाता था, उसके साथ मारपीट भी करते थे।
तो क्या मारा गया है रामवृक्षः
- मथुरा के जवाहर बाम में हालात बेकाबू होने के बाद सूबे के डीजीपी जावीद अहमद भी मथुरा पहुंचे।
- मथुरा पहुंच डीजीपी जावीद अहमद ने कहा कि सभी आरोपियों पर एफआईआ दर्ज की गई है, और आगे कानून के तहत कारवाई भी की जाएगी।
- डीजीपी ने कहा कि जवाहर बाग से भारी मात्रा में असलहे बरामद किये गये हैं और हालात पर काबू करने की कोशिश की जा रही है।
- इस दौरान डीजीपी ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि अगर रामवृक्ष यादव जिंदा होगा तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
- डीजीपी की बातों पर गौर करें तो ऐसा अनुमान है कि पुलिस ने रामवृक्ष यादव को मार गिराया है, और फिलहाल पुलिस उसके खुलासे से बच रही है।
अधिकारियों से हुई बड़ी चूकः
- मुथरा घटना पर सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि हमें पुलिस अधिकारियों और अन्य लोगों की मौत का दुख है।
- सीएम अखिलेश ने कहा कि जांच के बाद दोषियों पर कड़ी कारवाई की जाएगी।
- पुलिस को घटना स्थल पर पूरी तैयारी के साथ जाना चाहिए, पुलिस की लापरवाही से बड़ा नुकसान हुआ है।
- मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि अधिकारियों से बड़ी चूक हो गई जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा है।
- इससे पहले अखिलेश यादव ने शहीद पुलिस अफसरों का श्रद्धांजलि दी।
मायावती ने कि इस्तीफे की मांगः
- बसपा सुप्रीमों मायावती ने मथुरा हिंसा के लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होने कहा कि सरकार हिंसा रोकने में नाकाम रही है।
- बसपा सुप्रीमों ने मथुरा के जवाहरबाग में हुई हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है।
- इसके साथ ही बसपा सुप्रीमों ने कहा कि यूपी सरकरा को इस्तीफा दे देना चाहिए। यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो गयी है।
- बसपा सुप्रीमों ने हिंसा में शहीद हुए पुलिस अफसरों को श्रद्धांजली देते हुए घटना को दुखद बताया।
मथुरा में हुये विद्रोह के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गयी आग!
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मथुरा में हुई खूनी जंग में अपनी जान बचाते पुलिस के जवान!
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मथुरा में हुई खूनी जंग में अपनी जान बचाते पुलिस के जवान!
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मथुरा में प्रदर्शनकारियों द्वारा आग लगाने के बाद धुएं से भर गया पूरा आसमान!
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मथुरा में हुये प्रदर्शन के बाद इसी जगह 200 लोंगों को छिपाया गया था!
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प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गयी आग से धूं धूं जलता मथुरा का जवाहरबाग!
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प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गयी आग से धूं धूं जलता मथुरा का जवाहरबाग!
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प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गयी आग से धूं धूं जलता मथुरा का जवाहरबाग!
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मथुरा में हुई हिंसक घटना के बाद निकले शव को पोस्टमार्टम के लिये ले जाते हुये!
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मथुरा में हुई खूनी जंग में शहीद एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी!
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मथुरा में हुई हिंसक घटना में शहीद हुआ पुलिस कर्मी!
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प्रदर्शनकारियों द्वारा लगाई गयी आग से धूं धूं जलता मथुरा का जवाहरबाग!
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घटना के बाद मीडिया से बात करते एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी !
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मथुरा में हुई खूनी जंग में शहीद हुये एसएचओ संतोष कुमार!
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