मथुरा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महानगर अध्यक्ष राजू यादव की नियुक्ति [ BJP President Raju Yadav ] को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। उन पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, और मथुरा पुलिस के हिस्ट्रीशीटर रजिस्टर में भी उनका नाम शामिल है। इसको लेकर भगवान सिंह नामक व्यक्ति ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

उत्तर प्रदेश भाजपा के नए जिलाध्यक्षों की घोषणा

धरने पर बैठे भगवान सिंह ने जताई आपत्ति [ BJP President Raju Yadav ]

भगवान सिंह का आरोप है कि राजू यादव की अपराधों की लंबी फेहरिस्त है और उन्होंने मथुरा में मुख्तार अंसारी की तरह डर और दहशत का माहौल बनाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति को भाजपा जैसे बड़े दल में महत्वपूर्ण पद देना न केवल चिंताजनक है, बल्कि पार्टी की छवि पर भी सवाल खड़े करता है।

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

भगवान सिंह के धरने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे प्रशासन और भाजपा नेतृत्व से इस नियुक्ति पर पुनर्विचार करने और उचित कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

2022 में मथुरा में पोस्टर के जरिए बीजेपी पदाधिकारी राजू यादव की नियुक्ति पर सवाल खड़ा हो गया था।

2022 में उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में कथित हिस्ट्रीशीटर हरि शंकर उर्फ राजू यादव [ BJP President Raju Yadav ] को बीजेपी का नगर संयोजक बनाए जाने पर विवाद खड़ा हो गया था। शहरभर में पोस्टर लगाए गए थे, जिनमें पार्टी नेतृत्व से तीखे सवाल पूछे गए थे। पोस्टरों में लिखा था, “क्या बीजेपी में अच्छे कार्यकर्ताओं की कमी है? क्या मथुरा इनके द्वारा लूटा जाएगा? ऐसे में क्या बीजेपी मोदी, योगी, वाजपेयी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपने को पूरा कर पाएगी?” कुछ पोस्टरों में तंज कसते हुए भाजपा नेतृत्व को बधाई भी दी गई थी कि उन्होंने नगर संयोजक के रूप में एक हिस्ट्रीशीटर को नियुक्त किया।

राजू यादव के आपराधिक रिकॉर्ड पर उठे सवाल [ BJP President Raju Yadav ]

मथुरा पुलिस के अनुसार, राजू यादव के खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में हत्या के प्रयास, लूट और डकैती समेत करीब 16 आपराधिक मामले दर्ज थे। उनका नाम कोतवाली थाने के फ्लाई शीट चार्ट में भी शामिल था, जहाँ अपराधियों की निगरानी के लिए एक सर्कल अधिकारी की मंजूरी के बाद नाम दर्ज किए जाते थे।

भाजपा नेतृत्व की चुप्पी [ BJP President Raju Yadav ]

इस विवादित नियुक्ति पर भाजपा के जिलाध्यक्ष मधु शर्मा और नगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था। पार्टी के अंदर भी इसे लेकर असंतोष की खबरें थीं, लेकिन नेतृत्व ने इस पर खुलकर कुछ नहीं कहा।

विपक्ष का भाजपा पर हमला

कांग्रेस महासचिव श्याम सुंदर उपाध्याय ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि “भाजपा ऐसी पार्टी है जो इस तरह के लोगों से भरी हुई है और इसमें कोई नई बात नहीं है।” विपक्षी दलों ने इसे कानून-व्यवस्था और नैतिकता से जुड़ा बड़ा सवाल बताते हुए भाजपा की नीतियों पर सवाल उठाए थे।

मामले ने पकड़ा था तूल

इस विवाद के चलते मथुरा की राजनीति में हलचल तेज हो गई थी। भाजपा की छवि और संगठन की साख पर भी सवाल उठे थे, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी थी। यह मुद्दा सोशल मीडिया और स्थानीय राजनीतिक मंचों पर चर्चा का केंद्र बन गया था, लेकिन समय के साथ मामला ठंडा पड़ गया।

राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज [ BJP President Raju Yadav ]

इस पूरे मामले को लेकर मथुरा की राजनीति गरमा गई है। भाजपा के अंदर भी इस नियुक्ति को लेकर असंतोष की चर्चाएँ हो रही हैं। विरोधियों ने इसे कानून व्यवस्था से जुड़ा गंभीर मामला बताते हुए भाजपा नेतृत्व से स्पष्टीकरण की मांग की है।

अब देखना होगा कि प्रशासन और भाजपा इस विवाद पर क्या रुख अपनाते हैं और क्या राजू यादव की नियुक्ति बरकरार रहेगी या इस पर पुनर्विचार किया जाएगा।

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