फर्जी शिक्षक घोटाले में एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजवीर सिंह को किया गिरफ़्तार.
कई दस्तावेज़ बरामद:
एसटीएफ ने जिन अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया है उनके पास से नियुक्ति के फर्जी लिफ़ाफ़े बरामद किये है. साथ ही एसटीएफ ने BSA के फर्जी साइन वाले कागज़ात भी जब्त किये है.
सबूतों के आधार पर हुई गिरफ्तारी:
गिरफ्तार अभियुक्त के पास से एसटीएफ को शिक्षक नियुक्ति करने वाला रजिस्टर और भारी मात्रा में अन्य फर्जी कागजात और मुहरे की बरामद हुई है. फर्जी शिक्षक घोटाले के आरोपी के पास से एसटीएफ ने लेपटॉप प्रिंटर भी किया बरामद किया और बाद में सबूतों के आधार पर गिरफ़्तारी को अंजाम दिया.
किसने की गिरफ्तारी :
एसटीएफ के एसपी आलोक प्रियदर्शी और इंस्पेक्टर हरीश वर्धन सिंह ने इस गिरफ्तारी को अंजाम दिया है.फर्जी शिक्षक घोटाले की रिपोर्ट मथुरा के थाना शहर कोतवाली में दर्ज है.
क्या है पूरा मामला:
बता दे की मथुरा में वर्ष 2016-17 में हुई 257 शिक्षकों की भर्ती में 150 को फर्जी नियुक्ति पात्र देकर कुछ महीने पहले ज्वाइन करा दिया गया था. गोपनीय शिकायत मिलने के बाद एसटीएफ ने जांच शुरू की तो पुरे रैकेट का पर्दाफाश हुआ. कथित रूप से एक-एक नियुक्ति के लिए 10 लाख रुपये से लेकर 15 करोड़ रूपये तक वसूले गए थे.
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