अक्सर आपने पुलिस की गुंडई सुनी होगी लेकिन आज हम आपको दिखायेंगे कि पुलिस से बड़ा गुंडा कोई नहीं है। पूरा मामला मऊ जिले के सरायेल्ख्न्सी थाना क्षेत्र के सरया रघुनाथपुर गांव का है। जहां पुलिस ने गुंडई दिखाते हुए एक व्यक्ति के घर को तोड़वाना शुरू कर दिया। इस घटना की जानकारी जब पीड़ित व्यक्ति के हुई तो आनन-फानन में मौके पर पहुंचकर पुलिस का विरोध किया। जिसके बाद थाना प्रभारी संदीप यादव ने फ़ोर्स बुलाया और पीड़ित व्यक्ति व पूर्व सैनिक प्रदीप गुप्ता सहित ग्रामीणों को पीटना शुरू कर दिया। लेकिन पीड़ित व्यक्ति अपना घर बचाने के लिए बार-बार विरोध करता रहा। जिसके बाद अंत में पुलिस ने पीड़ित व्यक्ति की कालर पकड़कर ढकेलना शुरू कर दिया और घसीटते हुए गाडी में बैठाकर जमकर पीटा। जिससे पीड़ित व्यक्ति के सिर से खून निकलने लगा।
मंत्री के यहां भी नहीं मिला पीड़ित को न्याय
- किसी तरह पुलिस की चुंगल से बचकर पीड़ित कैबिनेट मंत्री दारा सिंह चौहान के कार्यालय पर न्याय के लिए पहुंचा।
- लेकिन पीड़ित व्यक्ति को वहां से भी इंसाफ नहीं मिला।
- ऐसे में पीड़ित पुलिस की डर से घर से फरार है और उसे कोई न्याय दिलाने वाला नहीं है।
- वहीं दूसरी तरफ पुलिस की खौफ से महिलाओं ने अपने आपको घर में बंद किया हुआ है।
- फ़िलहाल गांव में तनाव की स्थिति है और भारी संख्या में फ़ोर्स बल तैनात है।
- पुलिस इस मामले में बोलने को तैयार नहीं है।
पुलिस अधीक्षक भी बात सुनने को तैयार नहीं
- आपको बता दे कि पीड़ित व्यक्ति प्रदीप गुप्ता पूर्व सैनिक है जिसका घर गांव में एक खेत में है।
- गांव के दबंग प्रधान उमाकांत यादव ने पुलिस को अपनी तरफ कर पीड़ित का घर उस खेत से हटवाने के लिए योजना बनाई।
- पुलिस व राजस्व विभाग ने दबंग प्रधान के पक्ष में आकर पीड़ित व्यक्ति के घर को खड़े होकर गिरवा दिया।
- इस मामले में पीड़ित व्यक्ति व पूर्व सैनिक ने थानाध्यक्ष संदीप यादव पर आरोप लगाया कि दबंग प्रधान उमाकांत यादव के साथ मिलकर और पैसे लेकर हमारे घर को तोड़वा दिया है।
- जब हमने इस मामले में विरोध किया तो हमे जमकर पीटा।
- वहीं हम कैबिनेट मंत्री के कार्यालय पर न्याय के लिए आये है लेकिन यहाँ पर भी न्याय नहीं मिला।
- ऐसे में हमारी बात यहाँ पर पुलिस अधीक्षक भी सुनने को तैयार नहीं है।
- हम अपने घर से भागे फिर रहे हैं और हमारे घर की महिलाएं पुलिस के डर से अपने आपको घर में बंद किये हुए हैं।