उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में हर साल की तरह इस बार भी देवी पाटन मंदिर में मेला लगा हुआ है। यहां मेले में दो मौत के कुएं लगे हुए हैं, बार बालाओं का डांस भी हो रहा है। लेकिन मौत के इस खेल की जब हमने पड़ताल की तो पता चला कि यह खेल जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बिना परमीशन के लगवा दिया। मौत के कुएं के कर्मचारियों का कहना है कि उन्होंने अधिकारियों को मौत का कुआं लगाने के लिए पैसे दिए हैं। लेकिन जब इस मामले में अपर जिलाधिकारी तुलसीपुर सतीश से बात की गई तो वह अपना पल्ला झाड़ते हुए बोले उन्हें इसकी जानकारी होने से इंकार किया। एसडीएम ने बताया कि यह मौत का कुआं बिना परमीशन के लगाया गया है इसकी जांच करवाकर आगे की कार्रवाई करेंगे। हो सकता है मनोरंजन कर विभाग और फायर ब्रिगेड के द्वारा यह परमीशन दी गई हो।
मेले में जान जोखिम में डाल कर दिखाया जाता है मौत का खेल-
- यूपी के बलरामपुर के देवी पाटन में नवरात्रि के अवसर पर हर साल भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।
- मेले के दौरान यहाँ पूरे महीने दुर्गा पूजा के लिए बड़ी संख्या लोगों का तांता लगा रहता है।
- हर साल की तरह इस वर्ष भी यहाँ भव्य मेले का आयोजन किया गया है।
- इस मेले में एक तरफ जहाँ विभिन्न प्रकार के झूले, खिलौनों और खाने-पीने की दुकाने लगाई गई।
- वहीँ दूसरी तरह जान हथेली पर रख कर मौत के कुँए का खेल भी दिखाया जा रहा था।
- जिसमे महज़ 10 रूपए के लिए बिना सुरक्षा उपकरण और हेलमेट पहने स्टंटर्स जान जोखिम में डाल कर मौत का खेल दिखाते हैं।
- ऐसे में ये सवाल उठता है की ऐसा खेल दिखाने के लिए इन्हें क्या जिला स्तर से परमीशन दी गई है।
- इस बात को जानने के लिए जब जिलाधिकारी बलरामपुर से से बात गई तो तो उन्होंने मामले की जानकारी न होने की बात कही।
- वहीँ एसडीएम बलरामपुर का कहना है की इसके लिए उनकी तरफ से अनुमति नही दी गई।
- उन्होंने ये बात भी कही कि फायरब्रिगेड या मनोरंजन कर विभाग द्वारा हो सकता है परमिशन दी हो।
- ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है की क्या इतना खतरनाक स्टंट दिखने के लिए डीएम या एसडीएम की परमिशन की आवश्यकता नही होती।
- अगर परमिशन की आवश्यकता होती है तो क्या जिला प्रशासन किसी बड़ी दुर्घटना के इंतज़ार में है।
- क्यों की बिना सुरक्षा उपकरणों के न केवल स्टंटर्स बल्कि दर्शकों की जान को भी खतरा हो सकता है।
- यही नही खेल के दौरान लुभावना डांस भी दिखाया जाता हैं।
- जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को आकर्षित किया जा सके।
- बता दें प्रदेश में लगने वाले सबसे बड़े मेले लखनऊ महोत्सव में भी सुरक्षा मानकों के चलते मौत के कुँए का खेल दिखाने की अनुमति नही दी जाती।