उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर एबीपी न्यूज और नीलसन ने सर्वे किया है। सर्वे में सामने आया है कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती को लोग उत्तर प्रदेश की अगली सीएम के रुप में देखना चाहते हैं। सर्वे में मायावती को 31 फीसदी, अखिलेश को 30 फीसदी, राजनाथ को 18 फीसदी, वरुण गांधी को 7 फीसदी, स्मृति को 4 फीसदी और प्रियंका गांधी को 2 फीसदी लोगों ने अपनी पसंद बताया है। सर्वे में जब लोगों से अखिलेश सरकार के चार साल का हाल पूछा गया तो सामने आया कि अखिलेश सरकार से 32 फीसदी लोग संतुष्ट हैं, जबकि 34 फीसदी ने खराब और बहुत खराब कहा। 7 फीसदी ने बहुत अच्छा, 25 फीसदी ने अच्छा, 29 फीसदी ने औसत, 23 फीसदी ने खराब और 11 फीसदी लोगों ने बहुत खराब बताया है।यूपी में चुनाव के लिए लोग बेरोजगारी को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हैं। इसमें 29 फीसदी लोग बेरोजगारी, 22 फीसदी महंगाई, 17 फीसदी भ्रष्टाचार, 15 फीसदी लोग गरीबी को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हैं। तो वहीं दूसरी जब लोगों से यह सवाल पूछा गया कि यूपी में अयोध्या, मथुरा, काशी जैसे मुद्दे वोटर को लुभाने में कामयाब हो पाएंगे? तो ज्यादातर लोगों का मानना है कि अयोध्या, मथुरा, काशी में मंदिर जैसे मुद्दों से उन्हें फर्क नहीं पड़ता। जबकि 34 फीसदी लोगों का मानना है कि ऐसे मुद्दे लुभा पाएंगे जबकि 47 फीसदी इससे इनकार कर रहे हैं। 19 फीसदी लोगों ने इस बात का जवाब नहीं दिया।
यूपी में कानून व्यवस्था के 4 साल को लेकर पूछा गये सवाल में ज्यादातर लोग मानते हैं कि अखिलेश राज में कानून व्यवस्था पहले से ज्यादा बिगड़ी है। 33 फीसदी लोगों ने कहा कि कानून व्यवस्था सुधरी है, तो 60 फीसदी ने कहा कि पहले से ज्यादा बिगड़ी है। इस मुद्दे पर 7 प्रतिशत लोगों ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। लोगों से पूछा गया कि आपने किसी बड़े विकास काम के बारे में सुना तो इनमें से 66 फीसदी लोग मानते हैं कि उन्होंने अपने इलाके में किसी बड़े विकास काम के बारे में नहीं सुना। 25 फीसदी लोगों ने हां तो 66 फीसदी ने नहीं में जवाब दिया।
इस सर्वे में 39 फीसदी लोग यह भी मानते हैं कि अखिलेश सरकार में भ्रष्टाचार ज्यादा रहा। 39 फीसदी लोगों का मानना है कि अखिलेश सरकार में भ्रष्टाचार हुआ तो 24 फीसदी ने कहा कि मायावती सरकार में ज्यादा भ्रष्टाचार हुआ है। सबसे अहम बात ये है कि 21 फीसदी ऐसे लोग हैं जो मानते हैं कि दोनों ही सरकारों में भ्रष्टाचार हुआ है। लोगों से केंद्र में मोदी सरकार के काम से संतुष्टि पर भी राय ली गई। इसमें 62 फीसदी लोगों को लगता है कि तमाम मोर्चों पर मोदी सरकार के प्रदर्शन से वो खुश हैं। 62 फीसदी लोग मोदी सरकार के काम से संतुष्ट हैं तो 32 फीसदी असंतुष्ट हैं। 6 फीसदी लोग कुछ भी कहने से बचे।