बसपा सुप्रीमो सुश्री मायावती ने शुक्रवार को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार पर हमला बोला है। मायावती ने नरेन्द्र मोदी के डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर स्मारक और संग्रहालय बनाने की घोषणा को साजिश बताया है। मायावती ने कहा कि अम्बेडकर की आड़ लेकर प्रधानमंत्री दलित समाज के आरक्षण और कानूनी अधिकारों को खत्म करना चाहते हैं।
- शुक्रवार को मायावती ने बयान जारी करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को देश में दलितों, आदिवासियों और अन्य सभी पिछड़े वर्गों को सभी क्षेत्रों में आरक्षण में देना चाहिए और आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में भी डाला जाना चाहिए।
- मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा आरएसएस से आरक्षण के सम्बन्ध में आने वाले विवादित बयानों की सफाई देते रहते हैं।
- उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आरक्षण पर सफाई देने की जगह अपनी पार्टी, सरकार और आरएसएस के उन लोगों पर लगाम लगाए जो आरक्षण पर बे-फिजूल की बयानबाजी करते रहतें हैं।
- उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों पार्टियां ने साजिश करके आरक्षण को निष्प्रभावी बना दिया है।
- उन्होंने कहा कि वे अभी तक पिछले 68 सालों में आरक्षण का 50 प्रतिशत लाभ भी दलितों और पिछड़े वर्ग को नहीं पहुंचा पाए हैं, इसके लिए वे माफी मांगे।
उन्होंने लोगों को सावधान रहने की हिदायत देते हुए कहा कि केंद्र सरकार अपनी असफलताओं को छुपाने की कोशिश कर रही है। बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर स्मारक और संग्रहालय बनाने की घोषणा का उद्देश्य लोगों को मात्र प्रलोभन देना है।