उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही समय शेष बचा है। जैसे-जैसे चुनावी घड़ी नजदीक आती जा रही है राजनीतिक दलों में उठापटक तेज होती जा रही है। इस उठापटक में सबसे ज्यादा खामिया अगर किसी को उठाना पड़ रहा है तो वो बसपा ही है। मायावती को पार्टी के अन्दर एक के बाद एक कई बगावतों का सामना करना पड़ा है।
- इस बीच बसपा ने अपने एक और उम्मीदवार को पार्टी से बार का रास्ता दिखा दिया है।
- बसपा प्रमुख ने मुजफ्फरनगर की बुढ़ाना विधानसभा से उम्मीदवार कंवर हसन को पार्टी से निकाल दिया है।
- हसन सर्जिकल स्ट्राइक के बाद फिल्म कलाकार नवाजुद्दीन सिद्दीकी को रामलीला में भाग लेने के रोकने पर चर्चा में आये थें।
- इससे पहले भी मायावती बुढ़ाना सीट पर दो बार प्रत्याशी बदल चुकी हैं।
- पहले इस सीट पर नईम मलिक और मोहम्मद आरिफ को उम्मीदवाप बनाया गया था।
मांगे गए 4 करोड़ रूपयेः
- कंवर हसन का कहना है कि उनको पार्टी से इसलिए निकाला गया क्योंकि उन्होंने मायावती के पैर छूने से मना कर दिया था।
- इसके साथ ही हसन ने पार्टी द्वारा 4 करोड़ रूपये मांगे जाने का आरोप भी लगाया।
- वैसे तो बसपा प्रमुख पर ये आरोप कोई नया नहीं है।
- इससे पहले भी स्वामी प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक और आरके चौधरी सरीखे बड़े देना मायावती पर पैसे लेकर टिकट देने का आरोप लगा चुकें हैं।
- बरहाल बसपा महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दकी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है।