उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कांशीराम की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि पार्टी इस मौके पर मान्यवर कांशीराम को श्रद्धांजलि दे रही है जब लोक सभा चुनाव नजदीक हैं। मायावती ने कहा कि पूरे देश में पार्टी के कार्यकर्ता अगर विपक्षी पार्टी को चुनाव में हराकर अपनी जीत करेंगे तो ये कांशीराम को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। श्रद्धांजलि के दौरान बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सहित कई लोग मौजूद थे।
बता दें कि कांशीराम जयंती 15 मार्च को बसपा कोई बड़ा आयोजन नहीं किया। सभी मंडलों में होने वाले कांशीराम जयंती के कार्यक्रम भी चुनाव आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए निरस्त कर दिए गए। निर्देश दिए गए हैं कि वे सामान्य ढंग से कांशीरामजी को श्रद्धांजलि अर्पित करें। कांशीराम जयंती पर भीड़ जुटाने की पार्टी की कोई तैयारी नहीं है। इसकी वजह यह है कि टिकट फाइनल होते ही उत्साह में प्रत्याशी कहीं ऐसा न कर बैठें कि आचार संहिता का उल्लंघन हो जाए। साथ ही भीड़ जुटाने पर खर्च को भी चुनाव खर्च में शामिल किया जा सकता है।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इस बार हमारी पार्टी के कार्यकर्ता कांशीराम की जयंती ऐसे समय पर मना रहे हैं जब लोकसभा के चुनाव यह सर पर हैं। यदि चुनाव में हमारे पार्टी के लोग पूरे देश के सभी विरोधियों पार्टियों के सामने साम-दाम, दंड-भेद से सावधान रहते हुए सावधानी बरतते हैं। अपनी सूझबूझ के साथ अपनी पार्टी से चुनाव लड़कर विरोधियों को परास्त करते हैं और अपना रिजल्ट भी दिखाते हैं। तो ये काशीराम के प्रति उनकी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ऐसी मेरी पार्टी के लोगों से पूरी पूरी उम्मीद भी है।
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